भारत-फ्रांस-यूएई त्रिपक्षीय सहयोग पहल (Trilateral Cooperation Initiative) : मुख्य बिंदु

हाल के दिनों में, भारत संयुक्त अरब अमीरात के साथ अपने द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ा रहा है। CEPA और संयुक्त अरब अमीरात के गोल्डन वीजा कार्यक्रम (विस्तार) के साथ व्यापारिक संबंध तेजी से बढ़े हैं। दूसरी तरफ फ्रांस के साथ भारत के मजबूत रक्षा संबंध हैं। फाइटर जेट्स से लेकर ड्रोन्स तक भारतीय सेना फ्रांस में बने सामानों का इस्तेमाल कर रही है। संबंधों को और आगे बढ़ाते हुए, भारत इन दो देशों के साथ त्रिपक्षीय सहयोग पहल (Trilateral Cooperation Initiative) शुरू कर रहा है।

त्रिपक्षीय सहयोग पहल क्या है?

इस पहल के तहत, तीनों देश “ऊर्जा परियोजनाओं” को डिजाइन और कार्यान्वित करने के लिए मिलकर काम करेंगे। यह परियोजनाएं ऊर्जा संरक्षण, जलवायु परिवर्तन और जैव विविधता के संरक्षण के आसपास केन्द्रित होंगी। फोकस का मुख्य क्षेत्र हिंद महासागर क्षेत्र है।

महत्व

भारत द्वारा G20 की मेजबानी और UAE द्वारा COP-28 की मेजबानी के साथ, यह पहल वैश्विक मुद्दों पर एक साथ काम करने का एक बड़ा मंच है। पहल स्थायी परियोजनाओं पर काम करने वाली एजेंसियों और हितधारकों को एक साथ लाएगी। साथ ही, देशों को अपनी तकनीकी, सामाजिक और आर्थिक नीतियों को रेखांकित करने का अवसर मिलता है।

भारत के मिशन LiFE की भूमिका

देश इस मिशन के तत्वावधान में काम करने के लिए सहमत हुए। पर्यावरण की रक्षा के लिए भारतीयों को लामबंद करने के लिए मिशन लाइफ़ परियोजना शुरू की गई थी। इसे 2022 से 2027 के बीच लागू किया जा रहा है। ये देश सर्कुलर इकोनॉमी पर भी काम करेंगे।

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