तमिलनाडु की कन्दांगी साड़ी तथा डिंडीगुल ताले को GI टैग प्रदान किया गया
हाल ही में तमिलनाडु की कन्दांगी साड़ी तथा डिंडीगुल ताले को GI टैग प्रदान किया गया। डिंडीगुल ताले को इसकी बेहतरीन गुणवत्ता तथा टिकाऊपन के लिए जाना जाता है। गौरतलब है कि तमिलनाडु के सरकारी संस्थानों जैसे जेल, गोदाम, अस्पताल तथा मंदिरों में इत्यादि में डिंडीगुल ताले का इस्तेमाल किया जाता है। कन्दांगी साड़ी का निर्माण शिवगंगा जिले के कराइकुड़ी तालुक में किया जाता है। कपास से बनने वाली इस साड़ी का उपयोग ग्रीष्मकाल में किया जाता है।
विशिष्ट भौगोलिक संकेत (Geographical Indication)
GI टैग अथवा पहचान उस वस्तु अथवा उत्पाद को दिया जाता है जो कि विशिष्ट क्षेत्र का प्रतिनिधत्व करती है, अथवा किसी विशिष्ट स्थान पर ही पायी जाती है अथवा वह उसका मूल स्थान हो। GI टैग कृषि उत्पादों, प्राकृतिक वस्तुओं तथा निर्मित वस्तुओं उनकी विशिष्ट गुणवत्ता के लिए दिया जाता है। यह GI पंजीकरण 10 वर्ष के लिए वैध होता है, बाद में इसे रीन्यू करवाना पड़ता है। कुछ महत्वपूण GI टैग प्राप्त उत्पाद दार्जीलिंग चाय, तिरुपति लड्डू, कांगड़ा पेंटिंग, नागपुर संतरा तथा कश्मीर पश्मीना इत्यादि हैं।
Categories: राज्यों के करेंट अफेयर्स
Month: करेंट अफेयर्स – अगस्त, 2019
Tags:Geographical Indication , GI टैग , कन्दांगी साड़ी , डिंडीगुल ताले , विशिष्ट भौगोलिक संकेत