2020 कुवेम्पु राष्ट्रीय पुरस्कार (Kuvempu Rashtriya Puraskar) की घोषणा की गयी

उड़िया कवि डॉ. राजेंद्र किशोर पांडा (Dr. Rajendra Kishore Panda) को कुवेम्पु राष्ट्रीय पुरस्कार 2020 (Kuvempu Rashtriya Puraskar 2020) से सम्मानित किया गया है।

मुख्य बिंदु

डॉ. पांडा के नाम को प्रो. हम्पा नागराजैया की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय समिति द्वारा अंतिम रूप दिया गया था। इस समिति के अन्य सदस्यों में बंगाली लेखक श्यामल भट्टाचार्य, कन्नड़ कवि डॉ एच.एस. शिवप्रकाश और केंद्रीय साहित्य अकादमी के पूर्व सचिव अग्रहारा कृष्णमूर्ति शामिल हैं।

कुवेम्पु राष्ट्रीय पुरस्कार (Kuvempu Rashtriya Purashar)

  • कुवेम्पु राष्ट्रीय पुरस्कार दिवंगत कवि कुवेम्पु की स्मृति में स्थापित किया गया था।
  • इस पुरस्कार में 5 लाख रुपये का नकद पुरस्कार, एक रजत पदक और एक प्रशस्ति पत्र शामिल है।
  • यह पुरस्कार राष्ट्रकवि कुवेम्पु ट्रस्ट द्वारा 2013 में स्थापित किया गया था ताकि साहित्यकारों को भारतीय संविधान द्वारा मान्यता प्राप्त भारतीय भाषाओं में उनके योगदान के लिए सम्मानित किया जा सके।
  • मलयालम, उर्दू, हिंदी, मराठी, पंजाबी और कन्नड़ के लेखकों को यह पुरस्कार प्रदान किया गया है।
  • उन्हें शिवमोग्गा जिले के कुप्पली में आयोजित कार्यक्रमों में सम्मानित किया गया।यह जिला कुवेम्पु का जन्मस्थान है।
  • यह पुरस्कार आमतौर पर 29 दिसंबर को प्रदान किया जाता है, लेकिन 2020 में COVID-19 महामारी के कारण इसमें देरी हुई।

डॉ. राजेंद्र किशोर पांडा (Dr. Rajendra Kishore Panda)

उनका जन्म 24 जून, 1944 को हुआ था। वे उड़िया भाषा में लिखते हैं। उनके 16 कविता संग्रह और एक उपन्यास प्रकाशित हो चुके हैं। वह एक प्रमुख भारतीय कवि हैं जिन्होंने आधुनिक उड़िया कविता के मार्ग को महान ऊंचाइयों तक पहुंचाने में मदद की। उन्हें 2010 में गंगाधर राष्ट्रीय पुरस्कार और 1985 में साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। उन्हें 2004 में संबलपुर विश्वविद्यालय द्वारा डी. लिट की डिग्री से भी सम्मानित किया गया था।

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