29 अगस्त : परमाणु परीक्षण के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय दिवस (International Day against Nuclear Tests)

परमाणु परीक्षण के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय दिवस (International Day against Nuclear Tests) का आयोजन प्रत्येक वर्ष 29 अगस्त को आयोजित किया जाता है।

मुख्य बिंदु 

  • इस कार्यक्रम का आयोजन परमाणु हथियारों के परीक्षण के हानिकारक प्रभावों और ऐसे परीक्षणों को समाप्त करने के आह्वान के बारे में जागरूकता लाने के उद्देश्य से किया जाता है।
  • वर्ष 2021 ने आयोजन की 12वीं वर्षगांठ को चिह्नित किया।

पृष्ठभूमि

संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 2 दिसंबर, 2009 को परमाणु परीक्षणों के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय दिवस (International Day against Nuclear Tests) को अपनाया। कजाकिस्तान में 1991 में USSR-नियंत्रित सेमिपालाटिंस्क परमाणु परीक्षण स्थल के समापन की 18वीं वर्षगांठ को चिह्नित करने के लिए कजाकिस्तान द्वारा इस प्रस्ताव की शुरुआत की गई थी।

पहला परमाणु परीक्षण

अमेरिका ने 16 जुलाई, 1945 को न्यू मैक्सिको के एक रेगिस्तानी स्थल में ट्रिनिटी नामक पहला परमाणु परीक्षण किया था। इस परीक्षण ने  अमेरिका को अगस्त 1945 में हिरोशिमा और नागासाकी पर परमाणु बम गिराने में सक्षम बनाया। इस घटना के परिणामस्वरूप अनुमानित 2,00,000 लोग मारे गये जबकि बचे लोग विकिरण के कारण कैंसर से पीड़ित रहे।

व्यापक परमाणु परीक्षण-प्रतिबंध संधि (Comprehensive Nuclear-Test-Ban Treaty – CTBT)

CTBT की स्थापना UNGA द्वारा 1996 में की गई थी। इसे 170 देशों द्वारा हस्ताक्षरित और अनुमोदित किया गया था। 15 देशों ने संधि पर हस्ताक्षर किए लेकिन पुष्टि नहीं की। इस पर 11 देशों ने हस्ताक्षर नहीं किए थे।

दिन का महत्व

यह दिन किसी भी देश द्वारा सभी प्रकार के परमाणु हथियारों के परीक्षण और इसके उपयोग पर प्रतिबंध लगाने की तात्कालिकता पर प्रकाश डालता है। परमाणु हथियार संधि के अप्रसार के हस्ताक्षरकर्ताओं ने परमाणु हथियारों के खतरे से शांति को सुरक्षित रखने का संकल्प लिया है।

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