NASA-Axiom: स्पेस स्टेशन के लिए पहला निजी अंतरिक्ष यात्री मिशन

नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (NASA) ने हाल ही में Axiom Space के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए।

मुख्य बिंदु

इस समझौते के तहत, Axiom अपने अंतरिक्ष यात्रियों को अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर भेजेगा। अंतरिक्ष स्टेशन के लिए यह पहला निजी अंतरिक्ष यात्री मिशन है। मिशन को एक्स-1 (Ax-1) नाम दिया गया है।

योजना क्या है?

Axiom अंतरिक्ष यात्री अंतरिक्ष स्टेशन में आठ दिन बिताएंगे। वे जमीन पर अंतरिक्ष स्टेशन के साथ समन्वय करने के लिए गतिविधियों का संचालन करेंगे। इसके अलावा, Axiom चालक दल की आपूर्ति, कक्षा संसाधन, अंतरिक्ष के लिए कार्गो वितरण और भंडारण इत्यादि नासा से खरीदेगा।

पृष्ठभूमि

इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (International Space Station – ISS) को 2024 या 2028 तक सेवानिवृत्त किया जायेगा। रूस ने पहले ही घोषणा की थी कि 2024 में समझौता खत्म होने के बाद वह इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन से बाहर निकलने जा रहा है। रूस वर्तमान में अपना खुद का स्पेस स्टेशन बना रहा है।

आईएसएस के सेवानिवृत्त होने के साथ, नासा व्यावसायिक गतिविधियों के लिए इसे खोल देगा।

भारत का अपना अंतरिक्ष स्टेशन (India’s Own Space Station)

भारत अपना खुद का अंतरिक्ष स्टेशन शुरू करने की योजना बना रहा है। इसके साथ ही भारत कुछ चुनिन्दा देशों की सूची में शामिल हो जायेगा, इसमें अमेरिका, चीन और रूस शामिल हैं। भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन छोटा होगा, यानी 20 टन का होगा। इसका उपयोग माइक्रोग्रैविटी के प्रयोगों को करने के लिए किया जाएगा न कि अंतरिक्ष पर्यटन के लिए।

भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन 400 किमी की ऊंचाई पर स्थित होगा। यह परियोजना गगनयान मिशन का विस्तार होगी।

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