जैव विविधता विरासत स्थल Current Affairs

ओडिशा में गुप्तेश्वर वन को जैव विविधता-विरासत स्थल घोषित किया गया

हाल ही में एक सरकारी अधिसूचना के अनुसार, ओडिशा के कोरापुट जिले में गुप्तेश्वर शिव मंदिर से सटे प्राचीन गुप्तेश्वर वन को राज्य का चौथा जैव विविधता-विरासत स्थल (BHS) घोषित किया गया है। यह स्थल 350 हेक्टेयर सीमांकित क्षेत्र में फैला हुआ है। जैव विविधता-विरासत स्थल (Biodiversity-Heritage Sites) क्या हैं भारत के 2002 के जैविक

याया त्सो (Yaya Tso) लद्दाख का पहला जैव विविधता विरासत स्थल होगा

याया त्सो (Yaya Tso) लद्दाख में एक झील है और इसे पक्षियों के स्वर्ग (Bird’s Paradise) के रूप में जाना जाता है। यह झील 4,820 किलोमीटर की ऊंचाई पर है। यह झील काली गर्दन वाले क्रेन के लिए एक लोकप्रिय प्रजनन स्थल है। इस झील को हाल ही में “जैव विविधता विरासत स्थल” (Biodiversity Heritage

तमिलनाडु के पहले जैव विविधता विरासत स्थल (Biodiversity Heritage Site) की घोषणा की गई

तमिलनाडु सरकार ने हाल ही में एक अधिसूचना जारी कर मदुरै जिले के अरिटापट्टी और मीनाक्षीपुरम गांवों को राज्य का पहला जैव विविधता विरासत स्थल घोषित किया। जैव विविधता विरासत स्थल क्या हैं? जैव विविधता विरासत स्थल (Biodiversity Heritage Sites – BHS) अधिसूचित क्षेत्र हैं जो अद्वितीय और पारिस्थितिक रूप से नाजुक पारिस्थितिक तंत्र हैं