CPEC Current Affairs

चीन ने CPEC की फंडिंग में 56% की कमी की

2022 की पहली छमाही में, चीन पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (CPEC) के लिए पाकिस्तान में चीन की फंडिंग में लगभग 56% कम हो गई है। रूस, मिस्र और श्रीलंका जैसे अन्य देशों में भी BRI जुड़ाव में 100% की कमी देखी गई। CPEC परियोजना पाकिस्तान के ग्वादर बंदरगाह से चीन के शिनजियांग के काशगर शहर तक

मुंबई में चाबहार दिवस सम्मेलन आयोजित किया गया

31 जुलाई, 2022 को, सर्बानंद सोनोवाल (केंद्रीय जहाजरानी मंत्री) और श्रीपद नाइक (शिपिंग राज्य मंत्री) द्वारा मुंबई में चाबहार दिवस सम्मेलन का शुभारंभ किया गया। इस उद्घाटन समारोह में कजाकिस्तान, ईरान, ताजिकिस्तान, किर्गिस्तान, उज्बेकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान और अफगानिस्तान के गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया। भारत और ईरान ने मई 2016 में द्विपक्षीय समझौते पर हस्ताक्षर किए

चीन और पाकिस्तान ने CPEC समझौते पर हस्ताक्षर किये

4 फरवरी, 2022 को पाकिस्तान ने 60 बिलियन डालर के चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (China-Pakistan Economic Corridor – CPEC) के दूसरे चरण को शुरू करने के लिए चीन के साथ एक नए समझौते पर हस्ताक्षर किए। मुख्य बिंदु इस अवसर पर, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने विवादास्पद परियोजनाओं की प्रशंसा करते हुए कहा कि इसका

चीन ने CPEC (China-Pakistan Economic Corridor) का बचाव किया

चीन ने अपनी चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (CPEC) परियोजना को फिर से आर्थिक पहल करार देते हुए इसका बचाव किया है। मुख्य बिंदु CPEC पाकिस्तान के साथ चीन की 60 अरब डॉलर की परियोजना है। जबकि, भारत इस परियोजना का समर्थन नहीं करता है क्योंकि यह पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) क्षेत्र से होकर गुजरती है। चीन

आजाद पट्टन जलविद्युत परियोजना पर भारत को आपत्ति क्यों है?

आज़ाद पट्टन परियोजना एक जल विद्युत परियोजना है जिसका निर्माण पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में किया जायेगा। यह परियोजना झेलम नदी पर निर्मित की जाएगी और इसके द्वारा 700 मेगावाट पनबिजली पैदा की जाएगी। इस परियोजना की लागत 1.35 बिलियन अमरीकी डालर है। इस परियोजना का निर्माण चीन और पाकिस्तान द्वारा संयुक्त रूप से चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (CPEC)