इंग्लैंड में एक मरीज में मंकीपॉक्स रोग का पता चला है। यूके स्वास्थ्य सुरक्षा एजेंसी (UKHSA) ने घोषणा की कि एक मरीज का निदान किया गया है। मंकीपॉक्स एक दुर्लभ प्रकार का वायरल संक्रमण है जो लोगों में आसानी से नहीं फैलता है। इसलिए, जनता के लिए इस बीमारी का समग्र जोखिम बहुत कम है।
मुख्य बिंदु
UKHSA के अनुसार, रोगी नाइजीरिया में इस बीमारी से संक्रमित हुआ। इस समय मरीज का इलाज गाईज एंड सेंट थॉमस एनएचएस फाउंडेशन ट्रस्ट, लंदन में किया जा रहा है।
मंकी पॉक्स रोग क्या है?
यह एक दुर्लभ प्रकार का वायरल संक्रमण है। इस बीमारी से पीड़ित अधिकांश लोग कुछ ही हफ्तों में ठीक हो जाते हैं क्योंकि यह एक हल्की आत्म-सीमित बीमारी है। हालांकि, कुछ व्यक्ति गंभीर रूप से प्रभावित हो सकते हैं।
इस रोग की खोज कब हुई थी?
साल 1958 में पहली बार इस बीमारी का पता चला था। वर्ष 1970 में, कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य (DRC) में पहला मानव मामला दर्ज किया गया था।
इस रोग के लक्षण क्या हैं?
इसके लक्षणों में शामिल हैं:
- सरदर्द
- बुखार
- पीठ दर्द
- मांसपेशियों में दर्द
- ठंड लगना
- सूजी हुई लसीका ग्रंथियां
- थकावट।
यह बीमारी कैसे फैलती है?
यह बीमारी तब फैलती है जब कोई व्यक्ति संक्रमित व्यक्ति के निकट संपर्क में होता है। यह वायरस श्वसन तंत्र, टूटी त्वचा, नाक, आंख या मुंह के जरिए किसी व्यक्ति के शरीर में प्रवेश कर सकता है। कृंतक जिनमें पालतू जानवर के साथ-साथ बंदर भी शामिल हैं, इस बीमारी को ले जा सकते हैं और प्रसारित कर सकते हैं।
मंकीपॉक्स से बचाव के उपाय क्या हैं?
- जानवरों के साथ किसी भी संपर्क से बचें, जो बीमारी को प्रसारित कर सकते हैं।
- इस बीमारी से संक्रमित जानवरों के संपर्क में आने वाली सामग्री जैसे बिस्तर आदि के संपर्क में आने से बचना चाहिए।
- संक्रमण के खतरे से बचने के लिए संक्रमित मरीजों को आइसोलेट किया जाना चाहिए।
- संक्रमित मनुष्यों या जानवरों के संपर्क में आने के बाद हाथों की उचित स्वच्छता का पालन करना चाहिए।
- इस बीमारी से संक्रमित रोगी की देखभाल और उपचार करते समय व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (PPE) का उपयोग किया जाना चाहिए।
मंकीपॉक्स का इलाज क्या है?
वर्तमान में, इस बीमारी का कोई सुरक्षित और सिद्ध इलाज नहीं है। इस बीमारी के प्रकोप को नियंत्रित करने के लिए स्वास्थ्य अधिकारी एंटीवायरल, चेचक के टीके और वैक्सीनिया इम्यून ग्लोब्युलिन (VIG) का उपयोग कर सकते हैं।