आज से शुरू हो रहा है “आदि महोत्सव”
केंद्रीय जनजातीय मामलों के मंत्री द्वारा 1 दिसंबर, 2020 को 10-दिवसीय आदि महोत्सव का शुभारंभ किया जायेगा। यह महोत्सव वर्चुअल फॉर्मेट में आयोजित किया जायेगा।
आदि महोत्सव क्या है?
- आदि महोत्सव आदिवासी संस्कृति, व्यंजन, शिल्प और वाणिज्य की भावना को प्रदर्शित करने वाला एक अनूठा उत्सव है।
- यह महोत्सव 2017 में शुरू किया गया था।
- यह देश में जनजातीय समुदायों के समृद्ध और विविध शिल्प और संस्कृति से लोगों को परिचित कराने का एक प्रयास है।
- आदि महोत्सव -2020 को जनजातीय सहकारी विपणन विकास महासंघ (TRIFED) द्वारा वर्चुअली आयोजित किया जाएगा।
- 2020 संस्करण का मुख्य फोकस मध्य प्रदेश के आदिवासी शिल्प और संस्कृति पर है।
ट्राइबल को-ऑपरेटिव मार्केटिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (ट्राइफेड)
ट्राइफेड एक राष्ट्रीय स्तर की सहकारी संस्था है जो जनजातीय मामलों के मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण में काम करती है। इसकी स्थापना 1987 में बहु-राज्य सहकारी समितियों अधिनियम 1984 के तहत की गयी थी। इसने 1988 से कार्य करना शुरू किया था। इसका उद्देश्य जनजातीय समुदाय को सशक्त बनाना है। इस दिशा में में, ट्राइफेड ने वर्ष 1999 में ‘ट्राइबल्स इंडिया’ नाम से अपने रिटेल आउटलेट का उपयोग करके आदिवासी कला और शिल्प वस्तुओं की खरीद शुरू की थी।
TRIFED का उद्देश्य
TRIFED की स्थापना छोटे-मोटे वन उत्पादों (Minor Forest Products) के व्यापार को संस्थागत बनाने के उद्देश्य से की गई थी। इसका उद्देश्य भारत में आदिवासियों द्वारा उत्पादित अधिशेष कृषि उत्पादों के लिए उचित मूल्य प्रदान करना है। यह आदिवासियों को बिचौलियों से बचाता है। आदिवासी कला और शिल्प का समर्थन करने के लिए, यह ‘आदि महोत्सव’ का आयोजन करता है।
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