मणिपुर में नृत्य और संगीत का उत्सव “नट संकीर्तन” शुरू हुआ

जवाहरलाल नेहरू मणिपुर नृत्य अकादमी (JNMDA), इम्फाल के मंडप में 30 सितंबर, 2021 से “नट-संकीर्तन” उत्सव शुरू किया गया।
मुख्य बिंदु
- यह उत्सव नृत्य और संगीत का तीन दिवसीय उत्सव है।
- यह अकादमी की गतिविधियों की वार्षिक विशेषताएं हैं।
- मणिपुर अपनी समृद्ध संस्कृति और विरासत में मिली परंपरा के लिए जाना जाता है।
- सरकार बेरोजगार युवाओं के लिए आय सृजन और रोजगार सृजन की निगरानी भी कर रही है और ‘स्टार्ट अप’ जैसी कई योजनाएं चला रही है।
नट संकीर्तन (Nata Sankirtana)
शास्त्रीय रागों में, नट संकीर्तन भगवान कृष्ण का एक भजन है जो सीवरल स्वदेशी लय को संश्लेषित करता है। संकीर्तन अपने प्रदर्शन में लय पैटर्न और वेशभूषा के साथ एक सख्त कोड का पालन करता है जो विशिष्ट नियमों और विनियमों द्वारा निर्धारित किया जाता है। संकीर्तन व्यक्ति के जीवन में महत्वपूर्ण अवसरों जैसे जन्म से मृत्यु तक को चिह्नित करने के लिए किया जाता है। यूनेस्को ने 2013 में मणिपुर नट संकीर्तन को मान्यता दी थी।