विश्व बैंक ने ‘Shifting Gears: Digitization and Services-Led Development’ रिपोर्ट जारी की

विश्व बैंक की रिपोर्ट “Shifting Gears: Digitization and Services-Led Development” के अनुसार, वित्तीय वर्ष 2021-2022 में भारतीय अर्थव्यवस्था में 8.3% की वृद्धि होने की उम्मीद है।
रिपोर्ट के प्रमुख निष्कर्ष
- इस रिपोर्ट के अनुसार, अगले वित्तीय वर्ष में भारत की आर्थिक संभावनाएं कोविड-19 के खिलाफ टीकाकरण की गति और कृषि और श्रम सुधारों के सफल कार्यान्वयन से निर्धारित होंगी।
- भारत के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) में वित्तीय वर्ष 2021-22 की पहली तिमाही (अप्रैल-जून तिमाही) में “एक महत्वपूर्ण आधार प्रभाव, घरेलू मांग को सीमित नुकसान और मजबूत निर्यात वृद्धि” की पृष्ठभूमि में 20.1% की वृद्धि हुई।
- वित्तीय वर्ष 2020-21 की पहली तिमाही में, देशव्यापी कोरोनावायरस लॉकडाउन के कारण भारत की GDP में 24.4% की कमी आई थी।
आर्थिक सुधार पर विश्व बैंक
विश्व बैंक की रिपोर्ट के अनुसार, भारत में विभिन्न क्षेत्रों में आर्थिक सुधार असमान रहा है। 2021 में मैन्युफैक्चरिंग और कंस्ट्रक्शन सेक्टर में तेजी से सुधार हुआ। लेकिन कम कुशल व्यक्ति, स्वरोजगार करने वाले लोग, महिलाएं और छोटी फर्में पीछे रह गईं।
भारत कैसे रिकवरी करेगा?
इस रिपोर्ट के अनुसार, वित्तीय वर्ष 2021-22 में रिकवरी की सीमा इस बात पर निर्भर करेगी कि घरेलू आय कितनी तेजी से रिकवर होती है और अनौपचारिक क्षेत्र और छोटी फर्मों में गतिविधि सामान्य हो जाती है।
रिकवरी की सीमा से जुड़े जोखिमों में शामिल हैं- वित्तीय क्षेत्र के तनाव का बिगड़ना, टीकाकरण में मंदी, उच्च मुद्रास्फीति आदि।