संयुक्त राष्ट्र ने अफगानिस्तान के लिए विशेष ट्रस्ट फंड की स्थापना की

संयुक्त राष्ट्र ने अफ़ग़ानिस्तान के लिए 21 अक्टूबर, 2021 को एक विशेष ट्रस्ट फ़ंड की स्थापना की है, ताकि अफ़गानों को तत्काल आवश्यक नकदी उपलब्ध कराई जा सके।
मुख्य बिंदु
- अगस्त 2021 में तालिबान के कब्ज़े के बाद से फ्रीज़ हुए दानदाताओं के फंड का उपयोग करके एक प्रणाली के माध्यम से यह विशेष ट्रस्ट फंड स्थापित किया गया है।
- यह अफगान परिवारों में तरलता लाने के उद्देश्य से स्थापित किया गया है ताकि उन्हें आगामी सर्दियों में जीवित रहने और अपनी मातृभूमि में रहने की अनुमति मिल सके।
- जर्मनी इस फंड में पहला योगदानकर्ता है। इसने इसके लिए 50 मिलियन यूरो (58 मिलियन डॉलर) का वादा किया है।
यह फण्ड क्यों बनाया गया?
संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (UNDP) के अनुसार, 2022 के मध्य तक लगभग 97% अफगान परिवार गरीबी रेखा से नीचे रह रहे होंगे। इस प्रकार, लोगों की अर्थव्यवस्था को स्थिर करने और उनके जीवन और आजीविका को बचाने के लिए इस फंड की स्थापना की गई।
अफगानिस्तान की अर्थव्यवस्था
अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के अनुसार, अफगानिस्तान की अर्थव्यवस्था वर्ष 2021 में 30% तक संकुचित होगी। यह शरणार्थी संकट को और बढ़ा देगा जो तुर्की और यूरोप जैसे पड़ोसी देशों को भी प्रभावित करेगा।
तालिबान के कब्ज़े का आर्थिक प्रभाव
जैसे ही तालिबान ने अफगानिस्तान पर कब्जा कर लिया, केंद्रीय बैंक में अरबों की संपत्ति फ्रीज़ हो गई और कई अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय संस्थानों ने धन की पहुंच को निलंबित कर दिया। हालांकि मानवीय सहायता जारी रही। इसके परिणामस्वरूप, अफगानिस्तान में बैंकों के पास पैसे खत्म हो रहे हैं, खाद्य कीमतों में वृद्धि हुई है और सिविल सेवकों को भुगतान नहीं किया गया है।