हाल ही में किस संगठन ने Healthy States, Progressive India रिपोर्ट जारी की?
उत्तर – नीति आयोग
नीति आयोग ने स्वास्थ्य सूचकांक का दूसरा संस्करण जारी कर दिया है, इस “Healthy States, Progressive India: Report on Rank of States and UTs” नामक रिपोर्ट में जारी किया गया है। इस रिपोर्ट को केन्द्रीय स्वास्थ्य तथा परिवार कल्याण मंत्रालय व विश्व बैंक के तकनीकी सहयोग के साथ तैयार किया गया है। इस स्वास्थ्य सूचकांक के लिए 2015-16 को आधार वर्ष तथा 2017-18 को सन्दर्भ वर्ष रखा गया है।
मुख्य बिंदु
श्रेणियां : रैंकिंग निम्नलिखित तीन श्रेणियों में दी गयी है :
बड़े राज्य : इस सूची में केरल प्रथम स्थान पर है, जबकि आंध्र प्रदेश और महाराष्ट्र क्रमशः दूसरे व तीसरे स्थान पर हैं। इस सूची में उत्तर प्रदेश और बिहार सबसे नीचे हैं। 21 राज्यों की रैंकिंग में उत्तर प्रदेश सबसे अंतिम पायदान पर है।
छोटे राज्य : छोटे राज्यों की सूची में मिजोरम पहले स्थान पर है जबकि मणिपुर दूसरे स्थान पर है।
केंद्र शासित प्रदेश : इस सूची में चंडीगढ़ पहले स्थान पर है।
एम्पॉवर्ड एक्शन ग्रुप – इसमें पांच राज्य शामिल हैं : बिहार, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश तथा ओडिशा। इन राज्यों के स्वास्थ्य सूचकांक स्कोर में कमी आई है।
सूचक : यह गिरावट कई कारणों से आई है, इसमें कुल प्रजनन दर, निम्न जन्म भार, जन्म लिंगानुपात, टीबी, उपचार सफलता दर, सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधा की गुणवत्ता, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन फण्ड हस्तांतरण में लगने वाला समय इत्यादि प्रमुख है।
सकारात्मक सम्बन्ध : स्वाश्य सूचकांक स्कोर तथा राज्यों के आर्थिक विकास के स्तर के बीच में सकारात्मक सम्बन्ध, अधिक विकसित राज्यों का स्वास्थ्य सूचकांक स्कोर भी बेहतर है।
सुझाव : केंद्र सरकार को सकल घरेलु उत्पाद का 2.5% हिस्सा स्वास्थ्य पर व्यय करना चाहिए, जबकि राज्यों को स्वास्थ्य पर व्यय किये जाने वाले 4.7% बढ़ाकर 8% करना चाहिए। भारत में सकल घरेलु उत्पाद का 1.15-1.5% हिस्सा स्वास्थ्य पर व्यय किया जाता है।
नीति आयोग की Healthy States, Progressive India Report
इस रिपोर्ट के पहले संस्करण का प्रकाशन फरवरी, 2018 में किया गया था, इसका मूल्यांकन 2014-15 आधार वर्ष तथा 2015-16 (सन्दर्भ वर्ष) के आधार पर किया गया था। इस सूचकांक में स्वास्थ्य परिणाम, गवर्नेंस व सूचना तथा प्रमुख प्रक्रियाओं के आधार पर मूल्यांकन किया जाता है।