DRDO और भारतीय वायु सेना (IAF) ने लॉन्ग रेंज बम का परीक्षण किया

रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) और भारतीय वायु सेना (IAF) की टीम ने 29 अक्टूबर, 2021 को स्वदेशी रूप से विकसित लॉन्ग-रेंज (LR) बम का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है।
मुख्य बिंदु
- ओडिशा के बालासोर में एक हवाई प्लेटफार्म से लॉन्ग रेंज बम का परीक्षण किया गया।
- एकीकृत परीक्षण रेंज द्वारा तैनात कई रेंज सेंसर, टेलीमेट्री और रडार और इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल ट्रैकिंग सिस्टम की मदद से बम की उड़ान और प्रदर्शन की निगरानी की गई।
- इस बम को अन्य DRDO प्रयोगशालाओं के सहयोग से हैदराबाद में अनुसंधान केंद्र इमारत (Research Centre Imarat – RCI) द्वारा डिजाइन और विकसित किया गया है।
अनुसंधान केंद्र इमारत (Research Centre Imarat – RCI)
RCI हैदराबाद, तेलंगाना में स्थापित एक DRDO प्रयोगशाला है। यह भारतीय सशस्त्र बलों के लिए मिसाइल सिस्टम, उन्नत एवियोनिक्स और निर्देशित हथियारों के अनुसंधान और विकास के लिए जिम्मेदार है। इस लैब की स्थापना 1988 में एपीजे अब्दुल कलाम ने की थी। यू. राजा बाबू RCI के वर्तमान प्रमुख हैं। यह नेविगेशन सिस्टम और मिसाइलों के लिए एवियोनिक्स विकसित करने में अग्रणी है।
एकीकृत निर्देशित मिसाइल विकास कार्यक्रम (IGMDP)
IGMDP मिसाइलों की व्यापक रेंज के अनुसंधान और विकास के संचालन के लिए एक भारतीय रक्षा मंत्रालय का कार्यक्रम था। इसका प्रबंधन DRDO और आयुध निर्माणी बोर्ड द्वारा किया जाता था।