जोरहाट जिले का इतिहास
जोरहाट अहोम साम्राज्य की अंतिम राजधानी थी। 1794 में अहोम राजा गौरीनाथ ने राजधानी को शिवसागर (पूर्व में “रंगपुर”) से जोरहाट में स्थानांतरित कर दिया। यह शहर एक समृद्ध और वाणिज्यिक महानगर था, लेकिन 1817 से डेविड स्कॉट और कैप्टन रिचर्ड के नेतृत्व में वर्ष 1824 में ब्रिटिश सेना के आगमन तक बर्मी आक्रमणों की