स्टाकना मठ
16 वीं शताब्दी के अंत में स्थापित स्टाकना मठ की स्थापना भूटान के एक संत और विद्वान चोसजे जम्यांग पालकर ने की थी। स्टाकना शब्द का शाब्दिक अर्थ है “बाघ की नाक” क्योंकि जिस चट्टान पर मठ स्थित है वह बाघ की नाक जैसा दिखता है। स्टकना मठ लद्दाख में सिंधु नदी के बाएं किनारे