‘State of the Climate in Asia’ रिपोर्ट जारी की गयी
संयुक्त राष्ट्र के विश्व मौसम विज्ञान संगठन (WMO) ने 25 अक्टूबर, 2021 को “State of the Climate in Asia” शीर्षक से अपनी वार्षिक रिपोर्ट जारी की।
रिपोर्ट के प्रमुख निष्कर्ष
- इस रिपोर्ट के अनुसार, 2020 में, एशिया को रिकॉर्ड पर अपने सबसे गर्म वर्ष का सामना करना पड़ा।
- इस रिपोर्ट के अनुसार चरम मौसम (extreme weather) महाद्वीप के विकास पर भारी असर डाल रहा है।
- 2020 में, एशिया में चरम मौसम और जलवायु परिवर्तन के कारण हजारों लोगों की जान चली गई, अरबों डॉलर खर्च हुए, लाखों लोग विस्थापित हुए, और बुनियादी ढांचे और पारिस्थितिक तंत्र पर भारी असर पड़ा।
- इस रिपोर्ट के अनुसार, सतत विकास (sustainable development) को खतरा है क्योंकि स्वास्थ्य जोखिम, खाद्य और पानी की असुरक्षा, और पर्यावरणीय गिरावट बढ़ रही है।
- बढ़ी हुई गर्मी और उमस से एशिया में काम के घंटों का प्रभावी नुकसान होगा।
- 2020 में एशिया में बाढ़ और तूफान ने लगभग 50 मिलियन लोगों को प्रभावित किया, जिससे लगभग 5,000 लोग मारे गए।
देशों में कुल औसत नुकसान
- चीन को 238 अरब डॉलर, भारत को 87 अरब डॉलर, जापान को 83 अरब डॉलर और दक्षिण कोरिया को 24 अरब डॉलर का नुकसान हुआ।
- अर्थव्यवस्था के आकार को ध्यान में रखते हुए, ताजिकिस्तान के लिए औसत वार्षिक नुकसान सकल घरेलू उत्पाद (GDP) के 7.9%, लाओस के लिए 5.8% और कंबोडिया के लिए 5.9% तक होने की संभावना है।
Categories: पर्यावरण एवं पारिस्थिकी करेंट अफेयर्स
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