अक्टूबर में थोक मूल्य सूचकांक (WPI) 5 महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंचा
वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने 15 नवंबर, 2021 को थोक मूल्य सूचकांक (WPI) पर अपना डेटा जारी किया।
मुख्य बिंदु
- मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, अनंतिम थोक मूल्य सूचकांक (WPI) आधारित मुद्रास्फीति अक्टूबर 2021 में पांच महीने के उच्च स्तर 12.54% पर पहुंच गई है, जबकि सितंबर में यह 66% दर्ज की गई थी।
- यह वृद्धि ईंधन और विनिर्माण कीमतों में वृद्धि के कारण हुई थी।
उपभोक्ता मूल्य मुद्रास्फीति सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति
भारत में उपभोक्ता मूल्य मुद्रास्फीति सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति अक्टूबर 2020 की तुलना में अक्टूबर 2021 में बढ़कर 4.48% हो गई। यह सितंबर 2021 में दर्ज 4.35% से अधिक थी।
सूचकांक का ईंधन और बिजली घटक
इस सूचकांक के ईंधन और बिजली घटक में तेज वृद्धि देखी गई। सितंबर 2021 में 24.8% की वृद्धि की तुलना में यह अक्टूबर 2021 में सालाना आधार पर 37.18% बढ़ी। अक्टूबर 2021 में निर्मित उत्पादों की कीमतों में 2020 में इसी अवधि की तुलना में 12.04% की वृद्धि हुई।
खाद्य मुद्रास्फीति और रसोई गैस की कीमतें
2020 में 7.05% की तुलना में खाद्य मुद्रास्फीति में 1.7% अक्टूबर की कमी आई। 2020 की तुलना में अक्टूबर 2021 में रसोई गैस की कीमतों में 54.3% की वृद्धि हुई।
Categories: अर्थव्यवस्था करेंट अफेयर्स
Tags:Hindi Current Affairs , WPI , उपभोक्ता मूल्य मुद्रास्फीति सूचकांक , थोक मूल्य सूचकांक