अगीरीपल्ली मंदिर, विजयवाड़ा, आंध्र प्रदेश
स्थान: विजयवाड़ा
देवता: नरसिंह और शिव
यह एक पहाड़ी मंदिर है जो व्याग्रा नरसिम्हा के लिए एक गुफा मंदिर और मल्लेश्वर शिव का मंदिर है। पहाड़ी को सोभनचलम या शोभनाद्रि के नाम से भी जाना जाता है। पहाड़ी मंदिर में राज्यलक्ष्मी, और तमिलनाडु के अलवर संत भी शामिल हैं। वराहर्थम या टैंक पहाड़ी के पश्चिम में स्थित है। किंवदंती है कि अपने वराह अवतारा में विष्णु ने इस टैंक को खोदा, और इसलिए इसका नाम वराह पुष्करिणी है। गिरि शब्द वाराह को संदर्भित करता है, और इसलिए नाम – अकीरीपल्ली।
किंवदंती: सुभ्रवता के नाम से एक राजा ने ध्यान लगाया और इस पहाड़ी पर नरसिंह और शिव के दर्शन हुए। राजा सुभ्रवता के बाद पहाड़ी को सोभनदरी के नाम से जाना जाता है।
त्यौहार: यह मंदिर, रथ सप्तमी, एक रथ जुलूस के साथ, कार्तिक माह में पूर्णिमा की रात, आदिनाथोत्सव मनाता है। इस मंदिर में साल में एक बार नम्मलवार अद्वैयोनोत्सवम मनाया जाता है।