अमेरिका ने क्यूबा को आतंकवाद के प्रायोजक देश के रूप में नामित किया

अमेरिका ने हाल ही में क्यूबा को आतंकवाद के एक प्रायोजक देश के रूप में नामित किया है।

अमेरिकी आतंकवाद के राज्य प्रायोजकों की सूची

अमेरिका उन देशों को सूचीबद्ध करता है जो बार-बार आतंकवाद के राज्य प्रायोजकों के तहत अंतर्राष्ट्रीय आतंकवाद के कृत्यों के लिए समर्थन प्रदान करते हैं। इस सूची को पहली बार 1979 में इराक, लीबिया, सीरिया और दक्षिण यमन के साथ जारी किया गया था।

आतंकवाद के प्रायोजकों की सूची का इतिहास

क्यूबा को 1992 में, ईरान को 1984 में जोड़ा गया। बाद में उत्तर कोरिया और सूडान को क्रमशः 1988 और 1993 में जोड़ा गया।  दक्षिण यमन को 1990 में हटा दिया गया था। इराक को दो बार सूची से हटाया गया, 1982 में एक बार और फिर 2004 में। लीबिया को 2006 में सूची से हटाया गया। उत्तर कोरिया को 2008 में हटा दिया गया और 2017 में फिर से जोड़ा गया। क्यूबा को 2015 में हटाया गया था और अब फिर से जोड़ा गया है।

वर्तमान में ईरान, सीरिया और उत्तर कोरिया आतंकवाद के राज्य प्रायोजकों की सूची में हैं। हाल ही में सूडान को आतंकवाद के राज्य प्रायोजकों की सूची से हटा दिया गया था।

सूडान को आतंकवाद के राज्य प्रायोजकों की सूची से क्यों हटाया गया?

सूडान को हाल ही में इजरायल-सूडान सामान्यीकरण समझौते पर हस्ताक्षर करने के बाद इस सूची से हटा दिया गया था । इजरायल और सूडान के बीच संबंधों को सामान्य करने के लिए अक्टूबर 2020 में समझौते पर हस्ताक्षर किए गए थे।

क्यूबा और अमेरिका सम्बन्ध

1908 और 1902 के बीच, पेरिस संधि के अनुसार क्यूबा एक अमेरिकी संरक्षित राज्य बन गया था। 1958 तक, क्यूबा की क्रांति के बाद, अमेरिका-क्यूबा के संबंध और बिगड़ गए थे। बाद में 2016 में फिर से, एक अजीबोगरीब सिंड्रोम ने हवाना में अमेरिकी राजनयिकों को प्रभावित किया था। इसे हवाना सिंड्रोम का नाम दिया गया था और इसने दोनों देशों के बीच संबंधों को और ख़राब कर दिया था।

प्रतिबंध

आतंकवाद के राज्य प्रायोजकों की सूची में रखे गये देशों पर अमेरिका 4 प्रकार के प्रतिबंध लगा सकता है। वे इस प्रकार हैं:

  • अमेरिकी विदेशी सहायता पर प्रतिबंध
  • रक्षा निर्यात और बिक्री पर प्रतिबंध
  • दोहरे उपयोग की वस्तुओं के निर्यात पर नियंत्रण
  • विविध वित्तीय और अन्य प्रतिबंध

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