अम्बेडकर सर्किट (Ambedkar Circuit) क्या है?

भारत सरकार प्रस्तावित अंबेडकर सर्किट को बढ़ावा देने के लिए विशेष एसी ट्रेन का उपयोग करने पर विचार कर रही है जो भारत में बी.आर. अंबेडकर से जुड़े विभिन्न स्थानों को कवर करती है।

मुख्य बिंदु 

  • केंद्रीय पर्यटन मंत्री ने धर्मशाला में राज्य के पर्यटन मंत्रियों के 3 दिवसीय सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए अंबेडकर सर्किट को कवर करने के लिए एक विशेष ट्रेन शुरू करने की घोषणा की।
  • अंबेडकर सर्किट को पहली बार 2016 में केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तावित किया गया था।
  • इसमें जन्मभूमि (मध्य प्रदेश में अम्बेडकर का जन्मस्थान), दीक्षा भूमि (नागपुर में वह स्थान जहाँ अंबेडकर ने बौद्ध धर्म ग्रहण किया था), महापरिनिर्वाण भूमि (दिल्ली में वह स्थान जहाँ उनका निधन हुआ) और चैत्य भूमि (मुंबई में उनके दाह संस्कार का स्थान) शामिल हैं।
  • प्रस्तावित अंबेडकर सर्किट हाल ही में लॉन्च किए गए रामायण सर्किट और बौद्ध सर्किट के समान होगा।
  • वर्तमान में रामायण, बौद्ध और उत्तर पूर्व सर्किट के लिए विशेष ट्रेनें उपलब्ध हैं।

स्वदेश दर्शन योजना (Swadesh Darshan Scheme)

स्वदेश दर्शन योजना पर्यटन मंत्रालय द्वारा 2014-2015 में थीम आधारित पर्यटन सर्किट के एकीकृत विकास को प्राप्त करने के लिए शुरू की गई थी। इस केंद्रीय क्षेत्र की योजना के तहत, सरकार ने 15 पर्यटक सर्किट की पहचान की। इनमें रामायण सर्किट, बौद्ध सर्किट, तटीय सर्किट, डेजर्ट सर्किट, इको सर्किट, विरासत, उत्तर पूर्व, हिमालय, सूफी, कृष्णा, ग्रामीण, आदिवासी और तीर्थंकर सर्किट शामिल हैं। मार्च 2022 तक, सरकार ने इन 15 सर्किटों में 76 परियोजनाओं को मंजूरी दी है। इसका समग्र उद्देश्य स्वच्छ भारत अभियान, स्किल इंडिया, मेक इन इंडिया आदि योजनाओं को एकीकृत करके देश भर में पर्यटन क्षेत्र में नौकरियों को बढ़ावा देना है।

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