आयकर विभाग ने ‘झटपट प्रोसेसिंग’ पहल लांच की
हाल ही में आयकर विभाग ने ‘झटपट प्रोसेसिंग’ नामक एक पहल शुरू की है। इस पहल का उद्देश्य करदाताओं के लिए आईटीआर फाइलिंग को आसान और तेज़ बनाना है।
मुख्य बिंदु
यह पहल उन करदाताओं के लिए है जिनके बैंक खाते प्री-वेलिडेटिड हैं और आईटीआर वेरीफाईड है। इसके अलावा, करदाताओं का कोई बकाया नहीं होना चाहिए, इसके अलावा कोई टीडीएस या चालान बेमेल नहीं होना चाहिए।
आयकर रीटर्न दाखिल करने के लिए अंतिम तिथि 31 दिसम्बर, 2020 है, जिन्हें आडिट की आवश्यकता नहीं है। जिन करदाताओं के लिए ऑडिट की आवश्यकता है, उनके लिए रीटर्न फाइल करने की अंतिम तिथि 31 जनवरी, 2021 है।
आमतौर पर आयकर रीटर्न फाइल करने की आखिरी तारीख 31 जुलाई होती है। परन्तु इस साल कोविड-19 की वजह से यह समय सीमा दिसंबर तक बढ़ा दी गई है। आयकर विभाग के अनुसार 24 दिसंबर तक 3.97 करोड़ से अधिक करदाताओं ने 2019-20 के लिए अपना आयकर रीटर्न फाइल किया है।
आयकर विभाग
यह एक सरकारी एजेंसी है जो भारत सरकार के प्रत्यक्ष कर संग्रह का कार्य करती है। आयकर विभाग केन्द्रीय वित्त मंत्रालय के राजस्व विभाग के अधीन काम करता है। भारत के आयकर विभाग का गठन 1860 में हुआ था और इसका नेतृत्व केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT) द्वारा किया जाता है।
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