आसियान-इंडिया हैकाथॉन शुरू हुई

केंद्रीय शिक्षा मंत्री श्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने आसियान-इंडिया हैकाथॉन को संबोधित किया। हाल ही में 1 फरवरी, 2021 को इस हैकाथॉन का उद्घाटन किया गया।

मुख्य बिंदु

  • श्री पोखरियाल ने कहा कि, भारत और आसियान के संबंधों को और मजबूत करने के लिए आसियान-इंडिया  हैकाथॉन का उद्घाटन किया गया है।
  • वर्ष 2019 में भारत-सिंगापुर हैकाथॉन के दौरान प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने आसियान इंडिया हैकाथॉन का ज़िक्र किया था।
  • रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने इस बात पर प्रकाश डाला कि आसियान इंडिया हैकाथॉन भारत और आसियान देशों की समान चुनौतियों को हल करने का एक अनूठा अवसर प्रदान करेगा।
  • देशों की समान चुनौतियों को “नीली अर्थव्यवस्था” और “शिक्षा” जैसे दो विषयों के अंतर्गत वर्गीकृत किया गया है।
  • यह हैकाथॉन शिक्षा, विज्ञान और प्रौद्योगिकी में अपने सहयोग के माध्यम से आसियान और भारत दोनों के आर्थिक और सांस्कृतिक संबंधों को आगे बढ़ाने का अवसर प्रदान करती है।
  • यह हैकाथॉन हमारी सभ्यता के छह मौलिक गुणों अर्थात् संवाद, सम्मान, शांति, सहयोग, समृद्धि और नवाचार को लागू करने में मदद करेगी।

भारत-आसियान संबंध

भारत-आसियान संबंधों की पृष्ठभूमि और नींव साझा मान्यताओं, धर्मों और संस्कृति में निहित है। भारत इस क्षेत्र का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक और जनसांख्यिकीय देश है।  भारत ने COVID-19 टीके प्रदान करके आसियान देशों को अपना समर्थन बढ़ाया है। भारत और आसियान मजबूत शैक्षणिक और अनुसंधान संबंधों को भी साझा करते हैं। विभिन्न भारतीय विश्वविद्यालय जैसे IIT दिल्ली और तेजपुर विश्वविद्यालय में ASEAN साझेदार देशों के छात्र पढ़ते हैं। भारत ने आसियान नागरिकों के लिए 1000 आसियान पीएचडी फैलोशिप भी शुरू की है।

आसियान-इंडिया हैकाथॉन

शिक्षा मंत्रालय द्वारा आसियान-इंडिया हैकाथॉन पहल शुरू की गई है। वर्ष 2021 में, इस हैकाथॉन का आयोजन 1 फरवरी से 3 फरवरी, 2021 तक ऑनलाइन किया जा रहा है। यह हैकाथॉन सभी 10 आसियान देशों और भारत के लिए शिक्षा, विज्ञान और विज्ञान के क्षेत्र में सहयोग करके अपने आर्थिक और सांस्कृतिक संबंधों को मजबूत करने के लिए नए अवसर प्रदान करेगा।

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