उत्तर प्रदेश में किया जाएगा डिजिटल कुंभ संग्रहालय (Digital Kumbh Museum) का निर्माण
उत्तर प्रदेश में पर्यटन विभाग ने ‘डिजिटल कुंभ संग्रहालय’ नामक एक उल्लेखनीय परियोजना के निर्माण का प्रस्ताव दिया है। इस संग्रहालय का उद्देश्य प्रसिद्ध कुंभ मेले के पौराणिक और ऐतिहासिक महत्व में अंतर्दृष्टि प्रदान करते हुए आगंतुकों को एक आधुनिक और गहन अनुभव प्रदान करना है।
डिजिटल कुंभ संग्रहालय की खोज
प्रस्तावित ‘डिजिटल कुंभ संग्रहालय’ पर करीब 60 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। कुंभ मेले की भव्यता का अनुभव करने के लिए आने वाले श्रद्धालुओं के लिए यह एक मनोरम आकर्षण का काम करेगा। यह संग्रहालय राज्य और देश दोनों की संस्कृति की गहरी समझ प्रदान करेगा।
अत्याधुनिक सुविधाएं
‘डिजिटल कुंभ संग्रहालय’ अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होगा, जिसमें हीटिंग, वेंटिलेशन और एयर-कंडीशनिंग सिस्टम शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, इसमें ऑडियो-वीडियो कमरे होंगे, जो आगंतुकों के लिए एक मनोरम और तल्लीन करने वाला अनुभव सुनिश्चित करेंगे। संग्रहालय में विभिन्न दीर्घाएँ होंगी, जिनमें से प्रत्येक विभिन्न आध्यात्मिक विषयों को समर्पित होगी।
गैलरी और प्रदर्शनियां
संग्रहालय में कुंभ मेले के आसपास की समृद्ध विरासत और पौराणिक कथाओं को प्रदर्शित करने वाली कई गैलरी होंगी। ऐसी ही एक गैलरी ‘आध्यात्मिक और कुंभ मेला व्याख्या गैलरी’ है, जो इस आयोजन के आध्यात्मिक सार में अंतर्दृष्टि प्रदान करेगी। ‘समुद्र मंथन गैलरी’ फ्लोर प्रोजेक्शन के माध्यम से ‘समुद्र मंथन’ की महाकाव्य कहानी पेश करके आगंतुकों को मंत्रमुग्ध कर देगी। देश में प्रचलित जीवंत अखाड़ा संस्कृति को उजागर करने वाली एक और मनोरम प्रदर्शनी ‘अखाड़ा गैलरी’ होगी। आगंतुकों को गैलरी के भीतर एक संवादात्मक दीवार के माध्यम से शंकराचार्य की उल्लेखनीय यात्रा का पता लगाने का अवसर मिलेगा।
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Tags:Digital Kumbh Museum , उत्तर प्रदेश , डिजिटल कुंभ संग्रहालय
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