उत्तर प्रदेश विद्युत वितरण नेटवर्क पुनर्वास परियोजना : मुख्य तथ्य

एशियाई विकास बैंक द्वारा वित्त पोषित उत्तर प्रदेश विद्युत वितरण नेटवर्क पुनर्वास परियोजना (Uttar Pradesh Power Distribution Network Rehabilitation Project) का उद्देश्य उत्तर प्रदेश में बिजली आपूर्ति की गुणवत्ता और विश्वसनीयता में सुधार करना है। इस परियोजना में आवासीय और कृषि उपभोक्ताओं के बीच बिजली के वितरण को अलग करने के लिए 65,000 किमी ग्रामीण लो-वोल्टेज डिस्ट्रीब्यूशन लाइनों का रूपांतरण और 11 किलोवाट फीडर के समानांतर नेटवर्क का निर्माण शामिल है।

यूपी-विद्युत वितरण नेटवर्क पुनर्वास परियोजना

  • यह परियोजना उत्तर प्रदेश के 46,000 से अधिक गांवों में 70 मिलियन लोगों को लाभान्वित करेगी।
  • इस परियोजना के निर्माण के लिए 11 केवी फीडरों का वित्तपोषण करना है, जिसकी कुल लंबाई 17,000 किमी है।यह कृषि उपभोक्ताओं और आवासीय उपभोक्ताओं के बीच बिजली के वितरण को अलग करने में सहायता करेगा।
  • इस परियोजना से उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड की कॉर्पोरेट प्रशासन, लैंगिक समावेशिता और वित्तीय प्रबंधन क्षमता में सुधार होगा।
  • यह परियोजना केंद्र सरकार की “पावर फॉर ऑल” पहल का समर्थन करेगी।

उत्तर प्रदेश में उर्जा सेक्टर

उत्तर प्रदेश में बिजली संकट काफी आम है, क्योंकि राज्य में बिजली की मांग आपूर्ति से अधिक है। पिछले बीस वर्षों में, उत्तर प्रदेश राज्य ने 10% से 15% बिजली की कमी का अनुभव किया है। उत्तर प्रदेश राज्य सरकार राज्य में ऊर्जा तक पहुंच और नवीकरणीय ऊर्जा बढ़ाने के लिए सौर ऊर्जा कार्यक्रम, पवन ऊर्जा कार्यक्रम, माइक्रो हाइडल कार्यक्रम, ऊर्जा संरक्षण कार्यक्रम और ग्राम विद्युतीकरण कार्यक्रम जैसे कई कार्यक्रम चला रही है।

2017 में, राज्य मंत्रिमंडल ने राज्य की पहली सौर ऊर्जा नीति को मंजूरी दी। इस नीति के तहत राज्य सरकार का लक्ष्य सौर ऊर्जा के माध्यम से 1000 मेगावाट बिजली उत्पन्न करना है।

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