ऑपरेशन ओलिवा क्या है?

हाल ही में भारतीय तटरक्षक बल (Indian Coast Guard) ने ‘ऑपरेशन ओलिव’ लॉन्च किया है। यह ऑपरेशन ओडिशा में लुप्तप्राय ओलिव रिडले कछुओं की सुरक्षा के लिए शुरू किया गया है।

मुख्य बिंदु

दो जहाजों को रशिकुल्या समुद्र तट और देवी नदी के मुहाने के गहिरमाथा समुद्री अभयारण्य में तैनात किया गया है। ये जहाज कछुओं के प्रमुख घोंसले वाले स्थानों (nesting sites) की देखभाल करेंगे।

तट रक्षक बल मछली पकड़ने के जहाजों को निषिद्ध क्षेत्र में प्रवेश करने से रोकेंगे। इन जहाजों के अलावा एक विमान भी इस ऑपरेशन का हिस्सा होगा।

भारतीय तटरक्षक बल, वन विभाग, मत्स्य अधिकारियों और समुद्री पुलिस के साथ समन्वय में काम कर रहा है और निषिद्ध क्षेत्र में अवैध मछली पकड़ने पर नजर रख रहा है।

ऑपरेशन ओलिव

ऑपरेशन ओलिव को वर्ष 1999 में केंद्र सरकार द्वारा लॉन्च किया गया था। इसे समुद्री प्रजातियों की सुरक्षा के लिए लॉन्च किया गया था। पारादीप स्थित भारतीय तटरक्षक बल के मुख्यालय हर साल ओडिशा तट से इस अभियान की शुरुआत करता है।

ओलिव रिडले समुद्री कछुआ

इसका वैज्ञानिक नाम Lepidochelys Olivacea है। इसे पैसिफिक रिडले सी टर्टल के रूप में भी जाना जाता है। यह Cheloniidae परिवार से सम्बंधित है। यह प्रजाति दुनिया का दूसरी सबसे छोटी कछुआ प्रजाति है। यह कछुआ गर्म और उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में पाया जाता है। यह आमतौर पर प्रशांत महासागर, हिन्दमहासागरों और अटलांटिक महासागर के क्षेत्रों में पाया जाता है।

भारतीय तटरक्षक बल

भारतीय तटरक्षक एक सशस्त्र बल है, यह भारत की समुद्री सीमाओं की रक्षा करता है। इसकी स्थापना 18 अगस्त, 1978 को की गयी थी। इसका मुख्यालय नई दिल्ली में स्थित है। इसका आदर्श वाक्य “वयम् रक्षामः” है। भारतीय तटरक्षक बल में 15,714 कर्मचारी कार्यरत्त हैं। भारतीय तटरक्षक बल में 197 वेसल तथा 44 एयरक्राफ्ट हैं।

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