ओडिशा मिलेट मिशन क्या है?

ओडिशा मिलेट मिशन (Odisha Millet Mission – OMM) राज्य में मोटे अनाज की खेती को पुनर्जीवित करने और किसानों को समर्थन देने के लिए ओडिशा सरकार द्वारा एक महत्वपूर्ण पहल के रूप में उभरा है। इस प्रमुख कार्यक्रम के तहत, सरकार ने बड़ी मात्रा में रागी की सफलतापूर्वक खरीद की है, जिससे हजारों किसानों को लाभ हुआ है।

मुख्य बिंदु 

ओडिशा मिलेट मिशन के तहत ओडिशा सरकार ने 6,00,000 क्विंटल से अधिक रागी की खरीद करके एक प्रभावशाली उपलब्धि हासिल की है। यह खरीद न केवल किसानों को उनकी उपज के लिए एक सुरक्षित बाजार प्रदान करती है बल्कि रागी की खेती को भी प्रोत्साहित करती है, जिससे इस पौष्टिक अनाज के पुनरुद्धार में योगदान मिलता है।

न्यूनतम समर्थन मूल्य 

रागी की फसल किसानों से 3,578 रुपये प्रति क्विंटल के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर अधिग्रहित की गई है। ओडिशा के दक्षिणी जिलों, अर्थात् कोरापुट, रायगढ़, मल्कानगिरी, कालाहांडी, गजपति और सुंदरगढ़ ने ओएमएम के तहत सबसे अधिक मात्रा में रागी की खरीद की सूचना दी है। यह इन क्षेत्रों में कार्यक्रम की सफलता और किसानों की सक्रिय भागीदारी को दर्शाता है।

किसानों ने अपनी रागी की उपज बढ़ाने के लिए सिस्टम ऑफ़ मिलेट इंटेन्सिफिकेशन (SMI) पद्धति को अपनाया है। परंपरागत रूप से, रागी बंजर और कम उपजाऊ भूमि में उगाई जाती थी, जिसके परिणामस्वरूप प्रति एकड़ केवल 2.5 क्विंटल की उपज होती थी। हालांकि, SMI पद्धति से किसान अब प्रति एकड़ लगभग 5-6 क्विंटल फसल ले सकते हैं।

बेहतर कृषि पद्धतियों का सामूहिक प्रचार

स्थानीय गैर-लाभकारी, सामुदायिक संसाधन व्यक्ति, समुदाय-आधारित संगठन, प्रगतिशील किसान, कृषक साथी, और कृषि विज्ञान केंद्र के विषय विशेषज्ञों ने छोटे पैमाने के किसानों के बीच बेहतर कृषि पद्धतियों को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उनके सामूहिक प्रयासों ने OMM से जुड़े किसानों के बीच उत्पादकता और फसल की पैदावार बढ़ाने में योगदान दिया है।

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