काची एकम्बम मंदिर, तमिलनाडु
काची एकम्बम मंदिर शिव के सबसे पूजनीय मंदिरों में से एक है – पंचभूत स्तोम्स 5 तत्वों को दर्शाता है। यह एक विशाल मंदिर है जिसमें लंबे गलियारे, विशाल गोपुरम और मंडपम हैं। यह दक्षिण भारत के टोंडाई क्षेत्र में 32 तेवारा स्टेलमों में से 1 है। कांचीपुरम में कई शिव मंदिर हैं, लेकिन कामाक्षीम्मन में केवल एक ही मंदिर है।
इतिहास: मंदिर विशाल है और इसमें उच्च गोपुरम हैं। पल्लवों, चोलों और विजयनगर राजाओं ने इस मंदिर में योगदान दिया है। पल्लव राजाओं द्वारा मौजूदा ढांचे को नीचे खींचा गया और फिर से बनाया गया। चोलों ने भी मंदिर में कई योगदान दिए।
वास्तुकला: मंदिर में 40 एकड़ जमीन है। राजा गोपुरम – प्रवेश द्वार 172 फीट ऊंचा है और गर्भगृह के सामने मंडपम कृष्णदेवराय द्वारा बनाया गया था। पीठासीन देवता एकम्बरेश्वर या शिव हैं, जिन्हें पृथ्वी लिंगम के रूप में पूजा जाता है। सोमस्कंद के एक पैनल में शिव, पार्वती और स्कंद को मुख्य तीर्थ के पिछले भाग में पाया जाना है। ऐसा माना जाता है कि पार्वती, रेत से बने पृथ्वी लिंगम के रूप में शिव की पूजा करती थीं।
त्योहार: पंगुनी उत्सव 13 दिनों तक चलता है और इस त्योहार के दौरान पीठासीन देवता की शादी मनाई जाती है।