कोंकण रेलवे का 100% विद्युतीकरण (electrification) किया गया

कोंकण रेलवे कॉरपोरेशन ने अपने पूरे 741 किलोमीटर के मार्ग का विद्युतीकरण (electrification ) पूरा कर लिया है जो रोहा, महाराष्ट्र से ठोकुर, कर्नाटक तक फैला है।

मुख्य बिंदु 

  • 741 किलोमीटर लंबे इस विद्युतीकरण से 150 करोड़ रुपये की ईंधन की बचत होगी।
  • यह प्रदूषण मुक्त, निर्बाध संचालन सुनिश्चित करने के साथ-साथ डीजल पर निर्भरता को भी कम करेगा।
  • दिसंबर 2023 तक, भारतीय रेलवे ने अपने ब्रॉड-गेज नेटवर्क के 100% विद्युतीकरण की योजना बनाई है।
  • मुंबई मैंगलोर से कोंकण रेलवे के माध्यम से जुड़ा हुआ है।
  • कोंकण रेलवे लाइन देश के पश्चिमी तट के साथ गोवा, महाराष्ट्र और कर्नाटक से होकर गुजरती है।
  • विद्युतीकरण परियोजना की आधारशिला 2015 में रखी गई थी, जिसकी लागत 1,287 करोड़ रुपये है।

दक्षिण मध्य रेलवे (South Central Railway – SCR) द्वारा किया गया रेलवे लाइनों का विद्युतीकरण

SCR ने आंध्र प्रदेश के विभिन्न खंडों में रेलवे लाइनों के विद्युतीकरण के 163 किलोमीटर के कार्य को भी पूरा कर लिया है। यह सरकार के ‘भारतीय रेलवे के मिशन विद्युतीकरण’ (Mission Electrification of Indian Railways) को बढ़ावा देता है। पकाला कलिकिरी (55.80 किमी), कादिरी तुम्मानम गुट्टा (53.30 किमी), और डोन कुरनूल सिटी (54.20 किमी) SCR के विद्युतीकृत खंड हैं।

100% विद्युतीकरण

भारतीय रेलवे ‘Mission 100% Electrification – Moving towards net Zero Carbon Emission’ की योजनाओं को प्राप्त करने की दिशा में काम कर रहा है। रेलवे नेटवर्क के विद्युतीकरण को पूरा करने की कोशिश कर रहा है जो प्रदूषण को कम करने में मदद करेगा और पर्यावरण के अनुकूल होगा।

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