क्रिसिल ने भारतीय उद्योग के क्रेडिट आउटलुक को सकारात्मक में अपग्रेड किया
क्रिसिल रेटिंग्स ने भारतीय उद्योग के क्रेडिट आउटलुक को सकारात्मक में अपग्रेड किया है। यह वर्तमान में भारतीय उद्योग के लिए एक व्यापक आधार वाली रिकवरी है।
मुख्य बिंदु
- इससे पहले भारतीय उद्योग का क्रेडिट आउटलुक ‘सावधानीपूर्वक आशावादी’ (cautiously optimistic) था।
- क्रिसिल के अनुसार, वित्तीय वर्ष 2021 की दूसरी छमाही में 1.33 गुना के मुकाबले वित्त वर्ष 2021-2022 के पहले चार महीनों में क्रेडिट अनुपात बढ़कर 2.5 गुना हो गया।
- क्रिसिल ने वित्तीय क्षेत्र को छोड़कर 43 क्षेत्रों का अध्ययन भी किया, जो बकाया ऋण में कुल 36 लाख करोड़ रुपये का 75% हिस्सा था।
क्रिसिल (CRISIL)
क्रिसिल को पहले क्रेडिट रेटिंग इंफॉर्मेशन सर्विसेज ऑफ इंडिया लिमिटेड कहा जाता था। यह एक भारतीय विश्लेषणात्मक कंपनी है जो रेटिंग, अनुसंधान और जोखिम और नीति सलाहकार सेवाएं प्रदान करती है। यह अमेरिकी कंपनी S&P Global की सहायक कंपनी है। यह भारत की पहली क्रेडिट रेटिंग एजेंसी थी। ICICI और UTI ने संयुक्त रूप से 1988 में गे एजेंसी की शुरुआत की। इसे SBI, LIC और यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस कंपनी से शेयर पूंजी के साथ शुरू किया गया था। अमेरिका स्थित एसएंडपी रेटिंग एजेंसी ने 2005 में क्रिसिल के अधिकांश शेयरों का अधिग्रहण किया।
क्रेडिट रेटिंग क्या है?
यह सामान्य शब्दों में उधारकर्ता की साख का मात्रात्मक मूल्यांकन (quantified assessment of creditworthiness of the borrower) है। यह विशेष ऋण या वित्तीय दायित्व के संबंध में साख का भी आकलन करता है। यह रेटिंग किसी भी इकाई को दी जा सकती है जैसे व्यक्ति, राज्य, निगम, किसी प्रांतीय प्राधिकरण या संप्रभु सरकार इत्यादि जो धन उधार लेना चाहते हैं। कंपनियों और सरकारों के लिए क्रेडिट मूल्यांकन और मूल्यांकन आमतौर पर मूडीज, एसएंडपी ग्लोबल या फिच रेटिंग जैसी क्रेडिट रेटिंग एजेंसी द्वारा किया जाता है। इन रेटिंग एजेंसियों को उस संस्था द्वारा भुगतान किया जाता है जो अपने लिए क्रेडिट रेटिंग चाहती है।
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