खुदरा मुद्रास्फीति और औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (IIP) पर डाटा जारी किया गया
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) ने 12 जुलाई, 2022 को भारत की खुदरा मुद्रास्फीति और औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (IIP) पर डाटा जारी किया।
मुद्रास्फीति पर NSO डेटा
- NSO के आंकड़ों के मुताबिक, जून 2022 में खुदरा महंगाई लगातार छठे महीने RBI की ऊपरी सहनशीलता सीमा से अधिक थी।
- इससे और सख्त मौद्रिक नीति की संभावना बढ़ गई है।
- मई 2022 में औद्योगिक उत्पादन बढ़कर 12 महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया था।
- उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) पर आधारित मुद्रास्फीति जून 2022 में मामूली घटकर 7.01 प्रतिशत हो गई, जबकि मई 2022 में यह 7.04 प्रतिशत थी।
- मई 2022 में औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (IIP) में 19.6 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जो अप्रैल में 6.7 प्रतिशत थी।
जून में CPI कम होने का कारण
जून के लिए CPI खाद्य कीमतों का परिणाम थी। उपभोक्ता खाद्य मूल्य मुद्रास्फीति मई 2022 में 7.97% के मुकाबले 7.75 प्रतिशत थी। खाद्य कीमतें मुद्रास्फीति टोकरी के आधे तक कम हो गई थीं। सब्जियों के लिए CPI बढ़कर 17.37 प्रतिशत हो गई जबकि मसालों के लिए यह बढ़कर 11.04 प्रतिशत हो गयी। फुटवियर में 11.92% की वृद्धि दर्ज की गई जबकि ईंधन और प्रकाश में 10.31 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई।
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (National Statistical Office – NSO)
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण कार्यालय (NSSO), और केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (CSO) को मिलाकर बनाया गया था। पूरे भारत में सांख्यिकीय मानकों को लागू करने और बनाए रखने और सांख्यिकीय समन्वय के लिए रंगराजन आयोग द्वारा पहली बार एनएसओ का निर्माण प्रस्तावित किया गया था। NSO का नेतृत्व “सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय” के सचिव द्वारा किया जाता है, जो NSO का मूल मंत्रालय भी है।
Categories: अर्थव्यवस्था करेंट अफेयर्स
Tags:IIP , National Statistical Office , औद्योगिक उत्पादन सूचकांक , खुदरा मुद्रास्फीति , राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय