गुजरात ने ड्रैगन फ्रूट का नाम बदलकर ‘कमलम’ रखने का निर्णय लिया
हाल ही में गुजरात राज्य सरकार ने ड्रैगन फ्रूट का नाम ‘कमलम’ रखने का निर्णय लिया है। ड्रैगन फ्रूट एक जंगली कैक्टस की प्रजाति है जो अमेरिका का मूल निवासी है और इसे उन क्षेत्रों में पिथैया (pitahaya) कहा जाता है। फल देने वाली प्रजाति को पहली बार 1990 के बाद भारत में लाया गया था। गुजरात, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल सहित भारत के कई राज्य में इसकी खेती की जाती है। हालांकि, भारत अपनी मांग को पूरा करने के लिए इस फल का आयात करता है।
मुख्य बिंदु
गुजरात के मुख्यमंत्री के अनुसार, फल के आकार के कारण ड्रैगन फ्रूट का नाम बदलकर कमलम रखा गया है। उन्होंने कहा कि ड्रैगन फ्रूट की बाहरी आकृति कमल के समान है। इसलिए, इसका नाम बदलकर ‘कमलम’ रखा गया है।
इसके अलावा, नवसारी, कच्छ और अन्य क्षेत्रों के स्थानीय किसान इस फल को उगा रहे हैं, इसलिए इसे स्थानीय नाम दिया गया है। राज्य सरकार ने कमलम नामक फल के पेटेंट के लिए भी आवेदन किया है। मुख्यमंत्री बागवानी विकास मिशन के लांच पर इसकी घोषणा की। बागवानी विकास मिशन राज्य के अनुत्पादक क्षेत्रों में बागवानी को बढ़ावा देगा।
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