ग्रामीण विकास मंत्रालय ने ‘जेंडर संवाद’ (Gender Samwaad) का आयोजन किया

ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा हाल ही में ‘जेंडर संवाद’ के तीसरे संस्करण का आयोजन किया गया।

मुख्य बिंदु 

  • ‘जेंडर संवाद’ दीनदयाल अंत्योदय योजना-राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (DAY-NRLM) के तहत एक राष्ट्रीय पहल है।
  • ‘जेंडर संवाद’ पहल का उद्देश्य जेंडर लेंस के साथ पूरे भारत में DAY-NRLM के हस्तक्षेप पर जागरूकता पैदा करना है। ‘जेंडर संवाद’ के तीसरे संस्करण की थीम ‘Promotion of food and nutrition security through women’s collectives’ है।
  • राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन (State Rural Livelihoods Missions – SRLM) के 3000 से अधिक कर्मचारियों और 34 राज्यों के स्वयं सहायता समूह (SHGs) के सदस्यों ने ‘जेंडर संवाद’ के तीसरे संस्करण में भाग लिया।

प्रतिष्ठित सप्ताह समारोह (Iconic Week Celebrations)

  • अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस (8 मार्च 2022) सप्ताह के दौरान 7 से 13 मार्च 2022 तक आजादी का अमृत महोत्सव के तहत ग्रामीण विकास मंत्रालय के प्रतिष्ठित सप्ताह समारोह के तहत ‘जेंडर संवाद’ कार्यक्रम आयोजित किया गया। प्रतिष्ठित सप्ताह समारोह की थीम ‘नए भारत की नारी’ है और आधिकारिक हैशटैग #NayeBharatKiNaari है।
  • प्रतिष्ठित सप्ताह का उद्देश्य भारत में ग्रामीण महिलाओं के योगदान का जश्न मनाना है।

स्वयं सहायता समूह (SHGs) का महत्व

  •  DAY-NRLM के तहत स्वयं सहायता समूहों (SHGs) ने अपने सदस्यों के बीच कुपोषण से लड़ने के लिए कई पहलें शुरू की। इन पहलों में ग्रामीण परिवारों को आजीविका सहायता प्रदान करना, खाद्य फसलों का विविधीकरण, उत्पादकता में सुधार आदि शामिल हैं।
  • SHGs की महिलाएं सामाजिक और व्यवहार परिवर्तन संचार (SBCC) में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। इसमें बालिकाओं की शिक्षा को बढ़ावा देना, बाल विवाह के खिलाफ लड़ाई, सूक्ष्म पोषक तत्वों के सेवन के बारे में जागरूकता, स्वस्थ आहार, परिवार नियोजन आदि शामिल हैं।

COVID-19 महामारी के दौरान, 5.5 करोड़ ग्रामीण परिवारों के बीच जागरूकता बढ़ाने में SHGs की महिलाओं ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

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