चंद्रमा से चट्टान के नमूने लेकर पृथ्वी पर वापस लौटा चीन का चांग-ए-5 लूनर मिशन
चीन के लूनर मिशन पृथ्वी पर वापस लौट आया है। इस मिशन का नाम चांग-ए-5 लूनर मिशन है। इस स्पेसक्राफ्ट ने अपने साथ चन्द्रमा से कुछ एक नमूने भी लाये हैं। चीन ने चन्द्रमा से 2 किलोग्राम मिट्टी और पत्थर लाने की योजना बनाई थी। हाल ही में यह स्पेसक्राफ्ट मंगोलिया में उतरा।
मुख्य बिंदु
यह मिशन चार दशकों में पहला प्रोब है जिसने चन्द्रमा के अस्पष्टीकृत भागों से चट्टान के नमूने वापस लाये। चांग-5 चंद्रमा के सुदूर हिस्से पर उतरने वाला पहला प्रोब है।
चूँकि चंद्रमा की घूर्णन और परिक्रमा की अवधि समान होती है, चंद्रमा का केवल एक पक्ष लगातार पृथ्वी पर दिखाई देता है। आज तक चंद्रमा का दूसरा पक्ष अस्पष्ट है और इसे चंद्रमा का सुदूर का हिस्सा कहा जाता है।
चांग ए-5 मिशन
इस मिशन का नाम चीनी चंद्रमा देवी के नाम पर रखा गया है। इसे चीन के सबसे बड़े कैरिएर रॉकेट लॉन्ग मार्च-5 से लॉन्च किया गया था। यह मिशन चंद्रमा के मॉन्स रुम्कर क्षेत्र में उतरेगा। यह मिशन सतह पर एक चंद्र दिन के लिए काम करेगा जो पृथ्वी पर दो सप्ताह के समान है।
चांग-ए-5 में एक लैंडर, लूनर ऑर्बिटर और एक एसेंट प्रोब शामिल है। इसमें एकत्र नमूनों को रखने के लिए एक कोरिंग ड्रिल, रोबोटिक आर्म और एक नमूना कक्ष है। यह रडार, कैमरा और एक स्पेक्ट्रोमीटर से सुसज्जित है।
अन्य चंद्र नमूने
पहले अपोलो 11 मिशन द्वारा चंद्र नमूने एकत्र किए गए थे। चंद्रमा पर पाई जाने वाली चट्टानें पृथ्वी की तुलना में पुरानी हैं।
1970 में, सोवियत संघ के लूना 16 ने चंद्रमा से 101 ग्राम की चट्टानों को वापस लाया था। बाद में सोवियत संघ के अन्य मिशनों जैसे लूना 24 ने 170 ग्राम वजन के नमूने एकत्र किए।
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