जल्द ही गायब हो जाएंगे अफ्रीका के ग्लेशियर : रिपोर्ट
विश्व मौसम विज्ञान संगठन (WMO) और अन्य एजेंसी ने 19 अक्टूबर, 2021 को अपनी नई रिपोर्ट जारी की। इन एजेंसियों ने अपनी रिपोर्ट में चेतावनी दी कि, जलवायु परिवर्तन के कारण अगले दो दशकों में अफ्रीका के दुर्लभ ग्लेशियर गायब हो जायेंगे।
मुख्य बिंदु
- यह रिपोर्ट “संयुक्त राष्ट्र जलवायु सम्मेलन” से पहले जारी की गई है जो स्कॉटलैंड में 31 अक्टूबर, 2021 को आयोजित किया जायेगा।
- इस रिपोर्ट के अनुसार, अफ्रीका के 1.3 बिलियन लोग अत्यधिक असुरक्षित हैं क्योंकि अफ्रीकी महाद्वीप वैश्विक औसत से अधिक और तेज दर से गर्म होता है।
- इस रिपोर्ट के मुताबिक माउंट केन्या, माउंट किलिमंजारो और युगांडा में रवेनज़ोरी पर्वत के सिकुड़ते ग्लेशियर आने वाले तीव्र और व्यापक परिवर्तनों के प्रतीक हैं। इन ग्लेशियरों की वर्तमान पीछे हटने की दर वैश्विक औसत से अधिक है। अगर ऐसा ही चलता रहा, तो 2040 तक यह ग्लेशियर पूरी तरह से समाप्त हो जायेंगे।
- 2030 तक, लगभग 118 मिलियन अत्यंत गरीब लोग, या एक दिन में $1.90 से कम पर जीवन यापन करने वाले लोग, अफ्रीका में बाढ़, सूखे और अत्यधिक गर्मी के संपर्क में आएंगे।
जलवायु परिवर्तन के आर्थिक प्रभाव
जलवायु परिवर्तन के आर्थिक प्रभावों के अनुमान अफ्रीकी महाद्वीप में भिन्न हैं। हालांकि, उप-सहारा अफ्रीका में, जलवायु परिवर्तन से 2050 तक सकल घरेलू उत्पाद में 3% की कमी आएगी। अफ्रीका में जलवायु परिवर्तन के अनुकूल होने की लागत 2050 तक बढ़कर $50 बिलियन प्रति वर्ष हो जाएगी।
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