जापान का हायाबुसा 2 अंतरिक्ष यान पृथ्वी के निकट पहुंचा, ऑस्ट्रेलिया में करेगा लैंडिंग

जापान का हायाबुसा 2 अंतरिक्ष यान क्षुद्रग्रह रयुगु से एक साल की यात्रा के बाद पृथ्वी के पास पहुँच गया है। रयुगु क्षुद्रग्रह पृथ्वी से लगभग 300 मिलियन किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह अंतरिक्ष यान 6 दिसंबर, 2020 को दक्षिणी ऑस्ट्रेलिया में धरती पर पहुंचेगा है। इस अन्तरिक्षयान में  क्षुद्रग्रह से कीमती नमूने लाये गये हैं।

मुख्य बिंदु

इस ऑपरेशन को JAXA (Japanese Aerospace Exploration Agency) द्वारा आयोजित किया जा रहा है। एजेंसी के अनुसार एक हीट शील्ड द्वारा इस कैप्सूल की सुरक्षा की जा रही है। इस कैप्सूल का पैराशूट लगभग 10 किलोमीटर की ऊंचाई पर खुलेगा।

फरवरी 2019 में, इस अंतरिक्ष यान ने रयुगु क्षुद्रग्रह की सतह से धूल के नमूने एकत्र किए थे। बाद में जुलाई 2019 में, इस अंतरिक्ष यान ने क्षुद्रग्रह से भूमिगत नमूने एकत्र किए किये। विश्व अंतरिक्ष के इतिहास में यह पहली बार है जब किसी क्षुद्रग्रह से भूमिगत नमूने एकत्रित किए गए हैं।

रयुगु क्षुद्रग्रह तक पहुँचने के लिए इस अंतरिक्ष यान को साढ़े तीन साल लगे। हालांकि, पृथ्वी के सापेक्ष में इसकी लोकेशन के कारण वापसी की यात्रा बहुत कम थी।

हायाबुसा 2

यह मिशन हायाबुसा मिशन के बाद लांच किया गया था, हायाबुसा मिशन ने 2010 में क्षुद्रग्रह के नमूने वापस लाये थे। हायाबुसा 2 को 2014 में लॉन्च किया गया था। इसने क्षुद्रग्रह रायगु का सर्वेक्षण डेढ़ साल तक किया। बाद में इसने क्षुद्रग्रह से नमूने एकत्र किए और नवंबर 2019 में पृथ्वी के लिए वापसी की यात्रा शुरू कर दी। इस मिशन से आंतरिक ग्रहों के विकास के बारे में, पृथ्वी पर पानी की उत्पत्ति और कार्बनिक यौगिकों की जानकारी मिलने की उम्मीद है।

रयुगु क्षुद्रग्रह

यह पृथ्वी के निकट एक क्षुद्रग्रह है। इसमें सौर मंडल में सबसे अधिक प्राचीन कार्बनेशियस सामग्री है।

कार्बनेशियस क्षुद्रग्रह (Carbonaceous asteroid)

ज्ञात क्षुद्रग्रहों में से लगभग 75% कार्बोनेसियस क्षुद्रग्रह है। उनकी रचना में बड़ी मात्रा में कार्बन शामिल है, उनमे बहुत कम अल्बेडो होता है। अल्बेडो सौर विकिरण के परावर्तन का मापक है। अल्बेडो का मान 0 से 1 के बीच होता है। कार्बनयुक्त क्षुद्रग्रह अधिकतर क्षुद्रग्रह बेल्ट के बाहरी किनारे पर होते हैं।

हायाबुसा 2 के रोवर

हायाबुसा 2 में चार छोटे रोवर थे। इन रोवर्स को अलग-अलग समय पर तैनात किया गया था। पहले दो रोवर्स को HIBOU और OWL कहा जाता है। तीसरे रोवर को MASCOT कहा जाता था। ऑर्बिटर से रिलीज़ होने से पहले मिनर्वा नामक चौथा रोवर विफल हो गया।

MASCOT

MASCOT का अर्थ Mobile Asteroid Surface Scout है। इसे फ्रांसीसी अंतरिक्ष एजेंसी सीएनईएस और जर्मन एयरोस्पेस सेंटर के संयुक्त सहयोग से विकसित किया गया था। यह इस मिशन के लिए विदेशी अंतरिक्ष केंद्र द्वारा विकसित किया गया एकमात्र उपकरण है। बाकी सभी घटक जापान के भीतर ही विकसित किए गए थे।

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