डुनागिरी चोटी, उत्तराखंड
डुनागिरी चोटी गढ़वाल हिमालय की सबसे ऊंची चोटियों में से एक है। यह उत्तराखंड में पहला सबसे ऊंचा पर्वत और भारत में 11 वां सबसे ऊंचा पर्वत है। इस शिखर की सुंदरता और आभा मोहक है जो दुनिया के विभिन्न स्थानों से पर्वतारोहियों और खोजकर्ताओं को लुभाती है। डुनागिरी को पहली बार 1939 में दक्षिणी पर्वतारोही रिज के माध्यम से स्विस पर्वतारोही आंद्रे रोच, एफ स्टीरी और डी जॉग ने चढ़ा था।
डुनागिरी चोटी का स्थान
यह भारत के उत्तराखंड राज्य में स्थित है। शिखर समुद्र तल से 7,066 मीटर (23,182 फीट) की ऊंचाई पर है। यह अभयारण्य उत्तराखंड के उत्तर पश्चिमी कोने में स्थित है। अभयारण्य की दीवार नंदा देवी के चारों ओर चोटियों की एक अंगूठी है और नंदा देवी अभयारण्य को घेरती है। शिखर का भौगोलिक निर्देशांक 30°31’57” उत्तर, 50°50’02” पूर्व है। डुनागिरी की पर्वत प्रमुखता (यह पहाड़ों के बीच लंबवत पृथक्करण का माप है) 1,200 मीटर (3,900 फीट) है।
दुनागिरी चोटी के आकर्षण
डुनागिरी प्रकृति प्रेमियों के लिए एक उत्कृष्ट स्थान है। इस चोटी में दिव्य सौंदर्य है जो लोगों को मंत्रमुग्ध कर देता है। यह कुमाऊँ और गढ़वाल के इस क्षेत्र में हिमालय का सबसे लंबा दृश्य प्रस्तुत करता है। यह शांत परिदृश्य का दृश्य भी प्रदान करता है। निकटतम चोटियाँ चांगबांग, नंदा देवी, हाथी परबत, त्रिसूल, रतबन और नंदा कोट हैं।