तिब्बत राष्ट्रीय विद्रोह दिवस कब मनाया जाता है?
10 मार्च को तिब्बती आन्दोलनकारियों द्वारा राष्ट्रीय विरोध दिवस के रूप में मनाया जाता है। 10 मार्च, 1959 को हज़ारों तिब्बतियों ने ल्हासा की सड़कों पर चीन के तिब्बत पर अवैध कब्ज़े का विरोध किया।
चीन ने तिब्बत पर 1951 में आक्रमण किया। तिब्बतियों ने 1937 में दलाई लामा को गद्दी पर बिठाया था। इसके कारण चीन तथा तिब्बत में तनाव में वृद्धि हुई। इसके बाद चीनी अधिकारियों ने दलाई लामा को बिना अंग रक्षकों के उनके सामने प्रस्तुत होने का बुलावा भेजा। संभावित षड़यंत्र से दलाई लामा की रक्षा करने के लिए हज़ारों तिब्बतियों ने पोटाला पैलेस (दलाई लामा का निवास स्थान) को घेर लिया। चीनी सैनिकों ने तिब्बतियों में गोलीबारी की, जिसमे हज़ारों तिब्बती मारे गये। 17 मार्च की रात्री को दलाई लामा हिमालय को लांघते हुए भारत में आये और यहाँ पर शरण ली।