तिरुप्पझुवुर मंदिर
तिरुप्पझुवुर मंदिर अरियालुर में स्थित है। मंदिर के देवता शिव हैं: आलंतुरैयूरर, वडामूलसर। कावेरी नदी के उत्तर में स्थित तेवरा स्थलम की श्रृंखला में यह 55 वां है।
किंवदंतियाँ: पार्वती ने शिव से शादी करने से पहले उनकी पूजा की थी। परशुराम ने भी यहां प्रार्थना की और यहां धार्मिक सेवाओं के रखरखाव की व्यवस्था की। इस मंदिर में परशुराम की एक छवि है।
मंदिर: मंदिर का मुख पूर्व की ओर है और इसमें लिंगबोधर, दक्षिणामूर्ति, भीष्म, दुर्गा और विनायका की छवियां हैं। अनंतानायण की मूर्ति को अर्धमंडपम के प्रवेश द्वार के ऊपर देखा जाता है, और कहा जाता है कि अपने पिता की बोली पर, अपनी मां को मारने के बाद तपस्या में लगे परशुराम का प्रतिनिधित्व करते थे। तोरणों में योग नरसिम्हर, पार्थसारथी, अनंतसयानम की मूर्तियां हैं। मुखमंडपम में कालसम्हारमूर्ति, अर्द्धनारेश्वरार, कल्याणसुंदरार, कंकालमूर्ति और भैरवार के चित्र हैं। ऋषभवाहन, त्रिपुरांतकार, नृत्य बालासुब्रमण्यर और सुंदरमूर्ति नयनार की कांस्य छवियां भी यहां पाई जाती हैं।
त्यौहार: मार्गाज़ी तिरुवदिराई, अिपपसी पूरामणि और कार्तिकई दीपम यहाँ मनाए जाने वाले उत्सव हैं।