दक्षिण पश्चिम रेलवे जोन
दक्षिण पश्चिम रेलवे जोन का मुख्यालय हुबली में है। यह जोन 1 अप्रैल 2003 को अस्तित्व में आया। यात्रियों की जरूरतों को पूरा करने के लिए यह नया अलग जोन बनाया गया था। दक्षिण पश्चिम रेलवे जोन 3566 किमी में फैला हुआ है और इसमें 353 रेलवे स्टेशन हैं। भारतीय राज्य कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, गोवा और अन्य इस रेल सेवा से अच्छी तरह जुड़े हुए हैं। भारतीय रेलवे की बेहतरीन विशेषताओं में से एक उनका आतिथ्य है। इस नीति को ध्यान में रखते हुए यात्रियों को स्टेशनों पर कई सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। दक्षिण पश्चिम रेलवे, हुबली द्वारा क्लोक रूम, पीने का पानी, खाने के स्टॉल, कम्प्यूटरीकृत आरक्षण प्रणाली, ऑनलाइन आरक्षण, रद्दीकरण प्रणाली, ऑनलाइन चेकिंग सेवाएं और अन्य की पेशकश की जाती है। लालबाग एक्सप्रेस, शताब्दी एक्सप्रेस, उदयन एक्सप्रेस और अन्य जैसी ट्रेनें दक्षिण पश्चिम रेलवे, हुबली के लिए चलती हैं। दक्षिण पश्चिम रेलवे का मुख्यालय हुबली में है। इस क्षेत्र में चलने वाली कुछ महत्वपूर्ण ट्रेनें कर्नाटक एक्सप्रेस , गोल गुंबज एक्सप्रेस , रानी चेन्नम्मा एक्सप्रेस, जन शताब्दी एक्सप्रेस, कर्नाटक संपर्कक्रांति एक्सप्रेस और शताब्दी एक्सप्रेस, बेंगलुरु-मैसूर टीपू एक्सप्रेस, वास्को डी गामा-एच, निज़ामुद्दीन गोवा एक्सप्रेस आदि हैं।
दक्षिण पश्चिम रेलवे जोन के डिवीजन
दक्षिण पश्चिम रेलवे जोन के तीन डिवीजन हैं
- हुबली रेलवे डिवीजन
- मैसूर रेलवे डिवीजन
- बेंगलुरु रेलवे डिवीजन