नेटवर्क फॉर ग्रीनिंग द फाइनेंशियल सिस्टम (NGFS) क्या है?

हाल ही में अमेरिका का फेडरल रिज़र्व (अमेरिका का केद्रीय बैंक) ‘नेटवर्क फॉर ग्रीनिंग द फाइनेंशियल सिस्टम’ में शामिल हुआ। इसमें कई यूरोपीय प्रतिभूति और बाजार प्राधिकरण भी शामिल हुए हैं। इस नेटवर्क के नए सदस्यों में आइसलैंड का केन्द्रीय बैंक, पोलिश वित्तीय पर्यवेक्षण प्राधिकरण, उरुग्वे, पैराग्वे तथा इंडोनेशिया और मिस्र के वित्तीय प्राधिकरण शामिल हैं।

जुलाई 2020 में, एशियाई विकास बैंक पर्यवेक्षक के रूप में ‘नेटवर्क फॉर ग्रीनिंग द फाइनेंशियल सिस्टम’ शामिल हुआ था।

नेटवर्क फॉर ग्रीनिंग द फाइनेंशियल सिस्टम (NGFS)

वर्ष 2017 में ‘नेटवर्क फॉर द ग्रीनिंग द फाइनेंशियल सिस्टम’ को बनाया गया था। यह 75 केंद्रीय बैंकों और वित्तीय पर्यवेक्षकों का एक नेटवर्क है। इस नेटवर्क की स्थापना पेरिस समझौते के लक्ष्यों को पूरा करने के लिए आठ केंद्रीय बैंकों द्वारा की गई थी।

एनजीएफएस प्रणाली का उद्देश्य ग्रीन फाइनेंस (हरित वित्त) को बढ़ावा देना है। यह जलवायु परिवर्तन के लिए केंद्रीय बैंकों की भूमिका की सिफारिश करता है। फ्रैंक एल्डर्सन इसके वर्तमान अध्यक्ष है।

यह नेटवर्क ग्रीन फाइनेंस पर विश्लेषणात्मक कार्य का संचालन भी करता है। ‘नेटवर्क फॉर द ग्रीनिंग द फाइनेंशियल सिस्टम’ की घोषणा 2017 में पेरिस में आयोजित वन प्लैनेट समिट में की गई थी।

वन प्लैनेट समिट

इसकी घोषणा COP 23 में फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रोन ने की थी। पहले  वन प्लैनेट समिट का आयोजन 2017 में किया गया था। वन प्लैनेट समिट का आयोजन  फ्रांस की सरकार, विश्व बैंक और संयुक्त राष्ट्र द्वारा किया जाता है। अगली बार

वन प्लेनेट समिट’ का आयोजन 11 जनवरी, 2021 को फ्रांस द्वारा किया जायेगा।

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