नेताजी एक्सप्रेस
भारतीय रेलवे द्वारा भारत की सबसे पुरानी ट्रेनों में से एक हावड़ा-कालका मेल का नाम बदलकर नेताजी एक्सप्रेस कर दिया गया। यह घोषणा नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125 वीं जयंती के कुछ दिन पहले की गई। यह ट्रेन 19 वीं शताब्दी में देश की शुरुआती वाणिज्यिक यात्री ट्रेन सेवाओं में से एक के रूप में शुरू हुई थी। कहा जाता है कि 1941 में कोलकाता में अपने घर से भागने के बाद बोस ने बिहार के गोमो से यह ट्रेन पकड़ी थी।