नेपाल की संसद हुई भंग, अप्रैल 2021 में होंगे नए चुनाव

नेपाल की कैबिनेट ने हाल ही में संसद को भंग कर दिया है, इससे पहले रविवार को प्रधानमंत्री के.पी. ओली ने कैबिनेट की आपातकालीन बैठक बुलाई थी। दरअसल पिछले कुछ समय से नेपाल की सत्ताधारी साम्यवादी पार्टी में काफी काफी द्वन्द चला हुआ है।

नेपाल की राष्ट्रपति बिद्या देवी भंडारी ने इस प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है। इसके बाद नेपाल की राष्ट्रपति ने घोषणा की कि देश में अगले वर्ष 30 अप्रैल से 10 मई के बीच चुनाव करवाए जायेंगे। नेपाल की संसद को संविधान के अनुच्छेद 76 और 85 के तहत भंग किया गया है।

भारत-नेपाल

  • भारत नेपाल का सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार है। इसके अलावा, भारत नेपाल में सबसे बड़े विदेशी निवेश का स्रोत है।
  • भारत की गोरखा रेजिमेंट में नेपाल के पहाड़ी जिलों से युवाओं को भर्ती से किया जाता है।
  • सूर्य किरण भारत और नेपाल के बीच एक संयुक्त सैन्य अभ्यास है।
  • भारत और नेपाल का कालापानी क्षेत्र पर सीमा विवाद है। हाल ही में नेपाल सरकार ने कालापानी, लिपुलेख और लिम्पियाधुरा को अपने देश के नए नक्शे में शामिल करने की मंजूरी दी। यह अब देशों के बीच प्रमुख अड़चन बन गया है।
  • भारत नेपाल के साथ कई बहुपक्षीय मंच साझा करता है। वे BIMSTEC (Bay of Bengal Initiative for Multi Sectoral Technical and Economic Cooperation), SAARC (South Asian Association for Regional Cooperation), NAM (Non-aligned Movement), BBIN (Bangladesh, Bhutan, India and Nepal) हैं।
  • भारत और नेपाल ने काठमांडू-वाराणसी, जनकपुर-अयोध्या और लुम्बिनी-बोधगया नामक तीन सिस्टर-सिटीज समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं।
  • नेपाल एक नाजुक पारिस्थितिक क्षेत्र में है जो भूकंप और बाढ़ से ग्रस्त है।इससे धन और जीवन के संदर्भ में बड़े पैमाने पर क्षति होती है। नेपाल मानवीय सहायता का सबसे बड़ा प्राप्तकर्ता है।

 

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