पश्चिमी सहारा संघर्ष क्या है?
हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने पश्चिमी सहारा पर मोरक्को के दावे का समर्थन किया है। इसके बदले में मोरक्को इजरायल के साथ राजनयिक संबंधों को शुरू करेगा। गौरतलब है कि हालिया समय में मोरक्को यूएई, बहरीन और सूडान के बाद इजरायल के साथ शांतिपूर्ण संबंध बनाने वाला चौथा इस्लामिक देश है। यूएई ने इजराइल के साथ अपने संबंधों को सामान्य बनाने के लिए इज़राइल के साथ अब्राहम समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। इस सौदे के लिए अमेरिका ने मध्यस्थता की थी।
पश्चिमी सहारा संघर्ष क्या है?
पश्चिमी सहारा संघर्ष पोलीसारियो फ्रंट और मोरक्को साम्राज्य के बीच का संघर्ष है। पोलिसारियो फ्रंट एक सहरावी विद्रोही राष्ट्रीय मुक्ति आंदोलन है जिसका उद्देश्य पश्चिमी सहारा में मोरक्को की उपस्थिति को समाप्त करना है।
1975-76 में स्पेन के उपनिवेश की समाप्ति के बाद, वहां तीन क्षेत्र अस्तित्व में थे : मॉरिटानिया, मोरक्को और पोलिसारियो फ्रंट। 1976 में पोलारियो फ्रंट ने सहरावी अरब डेमोक्रेटिक रिपब्लिक (SADR) की घोषणा की। गौरतलब है कि पश्चिमी सहारा में SADR को अफ्रीकी संघ, अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय (ICJ) और यूरोपीय संघ से मान्यता प्राप्त है। हालांकि, पश्चिमी सहारा क्षेत्र के बारे में पोलिसारियो फ्रंट और मोरक्को के बीच कोई जनमत संग्रह नहीं कराया गया है।
ट्रम्प प्रशासन ने इजरायल – मोरक्को सौदे के एक हिस्से के रूप में विवादित पश्चिमी सहारा क्षेत्र पर मोरक्को की संप्रभुता को मान्यता देने पर सहमति व्यक्त की है।
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