पश्चिम बंगाल ने वित्त वर्ष 22 के लिए पेश किया बजट

पश्चिम बंगाल सरकार ने वित्तीय वर्ष 2022 के लिए बजट पेश किया। इसे मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 7 जुलाई, 2021 को राज्य विधानसभा में पेश किया।

मुख्य बिंदु

  • बजट में सामाजिक क्षेत्र के खर्च और कोविड राहत पर जोर दिया गया है।
  • अगले वित्तीय वर्ष के लिए बजट का आकार 2,78,727 करोड़ रुपये रखा गया है।इसमें पिछले साल के बजट की तुलना में 5% की बढ़ोतरी की गई है।
  • कृषक बंधु, छात्र क्रेडिट कार्ड और लखी बंधु योजना (महिलाओं के लिए मूलभूत आय) जैसी योजनाओं के परिव्यय में वृद्धि की गई है।
  • खाद्य और नागरिक आपूर्ति और कोविड राहत के लिए आवंटन भी बढ़ा दिया गया है।
  • वित्त वर्ष 22 के लिए पूंजीगत व्यय 65,291 करोड़ रुपये से अधिक होने की उम्मीद है।
  • बजट में कोविड-19 को देखते हुए मोटर वाहन कर और अतिरिक्त कर छूट को 31 दिसंबर, 2021 तक बढ़ा दिया गया है।
  • 30 अक्टूबर तक भूमि एवं संपत्ति विलेखों के पंजीयन हेतु सर्किल रेट में 10% की कमी की घोषणा की गयी।

राजस्व प्राप्तियां और व्यय

राजस्व प्राप्तियों का अनुमान 1,86,661 करोड़ रुपये था, जबकि राजस्व व्यय का बजट 2,13,436 करोड़ रुपये था। वित्त वर्ष 22 के लिए राजकोषीय घाटा सकल राज्य घरेलू उत्पाद (GSDP) का 4% होने की उम्मीद है, जबकि राजस्व घाटा (revenue deficit) 1.77% है।

प्राप्तियां (Receipts) क्या हैं?

सरकार द्वारा प्राप्त धन को प्राप्तियां कहा जाता है। इसमें शामिल हैं- सरकार द्वारा अर्जित धन, उधार के रूप में सरकार द्वारा प्राप्त धन या राज्यों द्वारा ऋण की अदायगी।

व्यय  (expenditure) क्या है?

व्यय को दो मदों में बांटा गया है- योजना व्यय और गैर-योजना व्यय। योजना के नाम पर योजना व्यय किया जाता है। उदाहरण के लिए, बिजली उत्पादन, सिंचाई, ग्रामीण विकास, निर्माण परियोजनाओं आदि पर व्यय । गैर-योजना व्यय योजना व्यय के अलावा अन्य व्यय हैं जैसे पेंशन, ब्याज भुगतान, राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को वैधानिक हस्तांतरण आदि।

Categories:

Tags: , , , , , , ,

Advertisement

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *