पुरातत्वविद् आर. नागास्वामी (R. Nagaswamy) का निधन हुआ

प्रसिद्ध पुरातत्वविद् और तमिलनाडु पुरातत्व विभाग के पहले निदेशक पद्म भूषण आर. नागास्वामी का 23 जनवरी, 2022 को चेन्नई में निधन हो गया।

मुख्य बिंदु 

  • नागास्वामी को महाबलीपुरम में मूर्तियों पर उनके पुरालेख अनुसंधान के लिए जाना जाता है।
  • उन्हें तमिल साहित्य पर कई पुस्तकों के लिए जाना जाता है।

पद्म भूषण

नागास्वामी को 2018 में पुरातत्व में उनके शोध कार्य के लिए पद्म भूषण पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। वह कलाइमामणि पुरस्कार के प्राप्तकर्ता भी थे, जो तमिलनाडु सरकार का सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार है।

रामचंद्रन नागास्वामी

वह एक भारतीय इतिहासकार, पुरालेखशास्त्री और पुरातत्वविद् थे, जो मंदिर के शिलालेखों और तमिलनाडु के कला इतिहास पर अपने काम के लिए जाने जाते थे। वह 1966 से 1988 तक तमिलनाडु पुरातत्व विभाग के पहले निदेशक थे। उन्होंने 1980 में वार्षिक चिदंबरम नाट्यान्जली उत्सव शुरू करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। 

नाट्यान्जली महोत्सव

यह एक वार्षिक नृत्य उत्सव है, जिसे भगवान् शिव की स्मृति में मनाया जाता है। यह तमिलनाडु के पर्यटन विभाग और नाटंजलि ट्रस्ट द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया जाता है। इस त्योहार का वर्तमान संस्करण लगभग 13 दिनों तक चलता है। 

तमिलनाडु पुरातत्व विभाग

यह तमिलनाडु सरकार का पुरातत्व विभाग है। इस विभाग की स्थापना 1961 में हुई थी। इसका नेतृत्व एक भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) अधिकारी करते हैं।

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