भारतीय खनिज और उनका वितरण
मानव सभ्यता में प्राचीनकाल से ही खनिजों का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। किसी भी देश के आर्थिक विकास में खनिजो को बहुत बड़ी भूमिका होती है। आधुनिक काल में उद्योगों के कारण खनिजों के मांग में अत्यधिक वृद्धि हुई है।
भारत खनिजों की दृष्टि से एक समृध्द देश है। देश में खनिजों के सर्वेक्षण, आकलन, दोहन, अनुसंधान और व्यापार हेतु अनेक विभागों जैसे भारतीय भूगर्भ सर्वेक्षण, राष्ट्रीय खनिज विकास निगम, खनिज और धातु व्यापार निगम, राष्ट्रीय मेटर्जिकल प्रयोगशाला, खनिज सलाहकार बोर्ड, खनिज अन्वेषण निगम लिमिटेड आदि की स्थापना की गयी। भारतीय खनन ब्यूरो नागपुर में स्थित है। इसके अलावा भारत में 4 क्षेत्रीय खनिज विकास मण्डल की स्थापना भी की गयी है। उत्तरी मण्डल का मुख्यालय अजमेर में है। पूर्वी मण्डल का मुख्यालय कोलकाता में स्थित है। मध्य मण्डल का मुख्यालय नागपूर जबकि दक्षिणी मण्डल का मुख्यालय बेंगलुरु में स्थित है।
भारत में खनिजों का वितरण
भारत में खनिजों का वितरण असमान है। भारत में खनिजों को निम्नलिखित मेखलाओं में विभाजित किया जाता है।
बिहार-झारखंड- ओडिशा-पश्चिम बंगाल मेखला- यह मेखला छोटा नागपुर और उसके समीपवर्ती क्षेत्रों में फैली हुई है। यह मेखला लौह अयस्क, मैंगनीज, तांबा, अभ्रक, चूना पत्थर, फास्फेट, बाक्साइट आदि खनिजों के लिए महत्वपूर्ण है। इसमें झारखंड खनिज उत्पादन के लिए महत्वपूर्ण राज्य है।
मध्य प्रदेश- छत्तीसगढ़- आंध्र प्रदेश-महाराष्ट्र मेखला- इस मेखला में भी लौह अयस्क, मैंगनीज, बाक्साइट, चूना पत्थर, एसबेस्ट्स, ग्रेफ़ाइट, अभ्रक, सिलिका, हीरा आदि पाये जाते हैं।
कर्नाटक-तमिलनाडू मेखला- यह मेखला सोना, लिग्नाश्ट, लौह अयस्क, तांबा, मैंगनीज़, जिप्सम, नमक, चूना पत्थर आदि के लिए प्रसिद्ध है।
राजस्थान- गुजरात मेखला- यह मेखला पेट्रोलियम, प्राकृतिक गैस, यूरेनियम, तांबा, जस्ता, घीया पत्थर, जिपसम, नमक, मुल्तानी मिट्टी आदि खनिजों के लिए प्रसिद्ध है।
केरल मेखला- इस मेखला में इल्मैनाइट, जिरकन, मोनोजाइट आदि अणुशक्ति के खनिज, चिकनी मिट्टी, गारनेट मिट्टी पायी जाती है।
इसके अलावा भारत में निम्नलिखित स्थानों पर खनिज पाये जाते हैं-
असम, अरुणाचल प्रदेश में प्रकृतिक गैस, पेट्रोलियम पाया जाता है।
जम्मू कश्मीर, हिमाचल, उत्तराखंड में कोयला, जिप्सम, चूना पत्थर आदि पाया जाता है।
अरब सागर में खंभात की खाड़ी, मुंबई हाई, बसीन कोंकण, लक्षद्वीप में, बंगाल की खाड़ी क्षेत्र में खनिज तेल, प्राकृतिक गैस के अतिरिक्त मूंगा, शैल, मोती आदि पाये जाते हैं। कावेरी, कृष्णा, गोदावरी बेसिन में भी खनिज और प्रकृतिक गैस के भंडार मिलते हैं।
भारत में पाये जाने वाले खनिज
भारत में पाये जाने वाले खनिज इस प्रकार हैं
पर्याप्त उत्पादन के साथ आर्थिक महत्व वाले खनिज- लौह अयस्क, मैंगनीज, अभ्रक, कोला, सोना, इल्मैनाइट, बाक्साइट और भवन निर्माण सामग्री आदि।
पर्याप्त संरक्षित भंडार वाले खनिज- औद्योगिक मिट्टियाँ, क्रोमाइट, अणु खनिज आदि।
औद्योगिक दृष्टि से महत्वपूर्ण किन्तु अल्प उपलब्धता वाले खनिज- टिन, गंधक, निकिल, तांबा, कोबाल्ट, ग्रेफ़ाइट, पारा, खनिज तेल आदि।