भारतीय रेलवे का मिशन जीवन रक्षा (Mission Jeewan Raksha) : मुख्य बिंदु

भारतीय रेलवे के एक अधिकारी के अनुसार “मिशन जीवन रक्षा” (Mission Jeewan Raksha) के तहत, RPF कर्मियों ने पिछले चार वर्षों में रेलवे स्टेशनों पर चलती ट्रेनों के पहियों से 1650 लोगों की जान बचाई है।

मुख्य बिंदु 

  • इसके अलावा, RPF कर्मियों ने 23 करोड़ रुपये के मूल्य के साथ 1,23,777 सामान को सही मालिकों को वापस कर दिया। इसमें से 1973 में 4.23 करोड़ रुपये मूल्य का सामान CR और WR RPF कर्मियों द्वारा वापस किया गया।
  • RPF ने खोए या बिछड़े बच्चों को उनके परिवार से मिलाने में भी अहम भूमिका निभाई है।
  • उन्होंने 11,900 से अधिक बच्चों को भी बचाया, जिन्हें देखभाल और सुरक्षा की आवश्यकता थी।

जीवन रक्षा पदक (Jeewan Raksha Medals)

भारत के राष्ट्रपति ने पिछले 4 वर्षों में लोगों के जीवन को बचाने में उनके प्रयासों को पहचानने के लिए RPF कर्मियों को 9 जीवन रक्षा पदक और एक वीरता पदक से सम्मानित किया है।

चाइल्ड हेल्प डेस्क

वर्तमान में, पूरे भारत में 132 चाइल्ड हेल्प डेस्क कार्यरत हैं। RPF इन हेल्प डेस्क के जरिए बच्चों को बचाने के लिए नामांकित NGO के साथ काम करता है।

रेलवे सुरक्षा बल (Railway Protection Force – RPF)

RPF सुरक्षा बल की स्थापना रेलवे सुरक्षा बल अधिनियम, 1957 द्वारा की गई थी। इसकी स्थापना रेलवे संपत्ति की बेहतर सुरक्षा के लिए की गई थी। इस बल को रेलवे संपत्ति (गैरकानूनी कब्जा) अधिनियम 1966 के अनुसार किए गए अपराधों की तलाशी, जांच, गिरफ्तारी और मुकदमा चलाने की शक्ति दी गई है। RPF रेल मंत्रालय के अधिकार के तहत काम करता है।

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1 Comment on “भारतीय रेलवे का मिशन जीवन रक्षा (Mission Jeewan Raksha) : मुख्य बिंदु”

  1. R j yadav says:

    Nice news

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