भारतीय रेलवे ने ऑक्सीजन एक्सप्रेस (Oxygen Express) शुरू की
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रेल मंत्रालय ने हाल ही में घोषणा की कि ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेनों की तेज आवाजाही सुनिश्चित करने के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाया जायेगा। ऑक्सीजन की कमी के मुद्दे से निपटने में देश की मदद के लिए इन ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेनों का संचालन किया जायेगा।
क्या योजना है?
भारतीय रेलवे बोईसर (Boisar) और कालांबोली (Kalamboli) रेलवे स्टेशनों से खाली टैंकरों को स्थानांतरित करेगा। वे मुंबई के पास स्थित हैं। इन टैंकरों को मेडिकल ऑक्सीजन लोड करने के लिए जमशेदपुर, विजाग, बोकारो और राउरकेला भेजा जायेगा।
पृष्ठभूमि
COVID-19 डबल म्युटेंट संस्करण के कारण, देश में COVID-19 संक्रमणों की संख्या में वृद्धि होने लगी है। इसके साथ, भारत अमेरिका के बाद दुनिया में दूसरा सबसे ज्यादा COVID -19 संक्रमित देश बन गया। और इसके कारण ऑक्सीजन की मांग में वृद्धि हुई है।
अन्य उपाय
- भारत सरकार को 32 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में 162 ऑक्सीजन संयंत्र स्थापित करेगी। इनमें से 100 केंद्रों को स्थापित करने के लिए धनराशि PM CARES Fund के माध्यम से प्रदान की जाएगी।
- एक लाख से अधिक ऑक्सीजन सिलेंडर खरीदे जायेंगे।
- विदेश मंत्रालय ने हाल ही में घोषणा की कि भारत 50,000 टन ऑक्सीजन का आयात करेगा।
- केंद्र सरकार ने ऑक्सीजन टैंकरों के अंतरराज्यीय परिवहन को परमिट के पंजीकरण से छूट दी है। इससे देश में टैंकरों की आसानी से आवाजाही हो सकेगी।
- ऑक्सीजन भरने वाले प्लांट्स को चौबीस घंटे संचालित करने की अनुमति दी गई है।
- नाइट्रोजन और आर्गन टैंकरों को टैंकरों की कमी को दूर करने के लिए ऑक्सीजन टैंकरों में परिवर्तित करने की अनुमति दी गई है।
- ऑक्सीजन की आपूर्ति की कमी का सामना कर रहे 12 राज्यों की पहचान की गई है।
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