भारत-अमेरिका त्रि-सेवाओं ने संयुक्त अभ्यास “टाइगर ट्रायम्फ 2024” का आयोजन किया
भारत और अमेरिका ने अपनी तीनों सेनाओं के बीच सैन्य अभ्यास “एक्स टाइगर ट्रायम्फ 2024” में हिस्सा लिया है। 18 मार्च, 2024 को शुरू हुए 14 दिवसीय अभ्यास का उद्देश्य अंतर-संचालन क्षमता को बढ़ाना, द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करना और मानवीय सहायता, आपदा राहत (HADR) और उप-पारंपरिक संचालन में क्षमताओं को निखारना है।
पूर्व टाइगर ट्रायम्फ
“एक्स टाइगर ट्रायम्फ” में भारतीय सेना, नौसेना और वायु सेना के साथ-साथ उनके अमेरिकी समकक्ष शामिल हैं, जो अंतर-संचालन को बढ़ावा देते हैं और द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करते हैं। अभ्यास दो चरणों में आयोजित किया जाता है: विशाखापत्तनम में बंदरगाह चरण और काकीनाडा में समुद्री चरण।
बंदरगाह चरण में भाग लेने वाले बलों के बीच संचार जांच और कार्मिकों के आदान-प्रदान पर ध्यान केंद्रित किया जाता है, जिससे सर्वोत्तम प्रथाओं और परिचालन तकनीकों के आदान-प्रदान में सुविधा होती है।
भारतीय सेना की टुकड़ी
भारतीय सेना का प्रतिनिधित्व 700 सदस्यीय एकीकृत बटालियन समूह द्वारा किया जाता है, जो नए खरीदे गए हथियारों और अत्याधुनिक तकनीकी साधनों का प्रदर्शन करता है। इस टुकड़ी में पैदल सेना, मशीनीकृत पैदल सेना, अर्ध विशेष बल, तोपखाने, इंजीनियर और अन्य सहायक हथियार, साथ ही कई ड्रोन सिस्टम और ड्रोन रोधी उपकरण शामिल हैं।
बंदरगाह और समुद्री चरण
यह अभ्यास दो चरणों में आयोजित किया जा रहा है:
- विशाखापट्टनम में बंदरगाह चरण और काकीनाडा में समुद्री चरण। बंदरगाह चरण में भाग लेने वाले बलों के बीच संचार जाँच और कार्मिक आदान-प्रदान पर ध्यान केंद्रित किया गया।
- 27 मार्च को शुरू हुए समुद्री चरण में एक द्वीपीय देश की ओर रणनीतिक कदम उठाए जाएंगे, जिससे जटिल ऑपरेशनों के लिए मंच तैयार होगा।
प्रमुख परिचालन
इस अभ्यास में जहाज से तट तक की गतिविधि शामिल होगी, जिसमें जल-थल अभियानों के लिए आवश्यक सटीकता और समन्वय का प्रदर्शन किया जाएगा। इसके अतिरिक्त, आंतरिक रूप से विस्थापित व्यक्तियों के लिए शिविर स्थापित करना एक प्रमुख फोकस होगा, जो मानवीय सहायता और आपदा राहत अभियानों के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
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